सीजी भास्कर, 2 दिसंबर। जीएसटी दरों में कटौती और स्लैब में बदलाव का असर नवंबर के जीएसटी संग्रह पर साफ दिखा। इस दौरान कुल जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) पिछले साल की समान अवधि की तुलना में सिर्फ 0.7 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि 100 से अधिक आइटम पर जीएसटी दर कम होने के बाद कई श्रेणियों में वस्तुओं की बिक्री में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह कटौती लागू होने के बाद का पहला पूर्ण आंकड़ा है और आने वाले महीनों में खपत और बिक्री बढ़ने के साथ जीएसटी संग्रह में सुधार की उम्मीद है।
नवंबर में कुल जीएसटी संग्रह (GST Collection) 1,70,276 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल फरवरी के 1,69,016 करोड़ रुपये के बाद सबसे कम है। रिफंड के बाद नवंबर का शुद्ध संग्रह 1.52 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल नवंबर की तुलना में 1.3 प्रतिशत अधिक है। जीएसटी दरों में कटौती 22 सितंबर से लागू की गई थी, जबकि नवंबर का कलेक्शन मुख्य रूप से 20 सितंबर से 20 अक्टूबर के बिजनेस डेटा को दर्शाता है। दर कम होने से सप्लाई और बिक्री तो तेज़ी से बढ़ी, लेकिन उसी अनुपात में संग्रह नहीं बढ़ सका ।
सीमेंट की बिक्री में 19% वृद्धि
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, तैयार खाद्य पदार्थों की सप्लाई वैल्यू पिछले साल सितंबर–अक्टूबर में 11% बढ़ी थी, जबकि इस साल यह वृद्धि 17% रही। बस और पैसेंजर कार की सप्लाई वैल्यू में पिछले साल 12% की बढ़ोतरी थी, जो इस बार 20% तक पहुंच गई। सीमेंट की बिक्री सितंबर–अक्टूबर में 19% बढ़ी। प्रोसेस्ड फूड और तैयार खाद्य पदार्थों पर पहले 12% जीएसटी लगता था, जो अब घटकर सिर्फ 5% रह गया है। वहीं छोटी कारों पर 28% की जगह अब केवल 18% जीएसटी लग रहा है।
(GST Collection) संग्रह में शामिल नहीं है सेस
नवंबर के जीएसटी कलेक्शन में सेस को नहीं जोड़ा गया है। पहले जीएसटी संग्रह में सेस भी शामिल होता था। 22 सितंबर के बाद से पान मसाला, तंबाकू जैसे कुछ पदार्थों पर ही क्षतिपूर्ति सेस लिया जा रहा है। इस सेस का उपयोग कोरोना काल में राज्यों की मदद के लिए लिए गए कर्ज की अदायगी में किया जा रहा है, जो अगले वर्ष मार्च तक पूरी हो जाएगी।
आने वाले महीनों में संतुलन की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी संग्रह सीधे खपत से जुड़ा है और आने वाले समय में खपत बढ़ने पर कलेक्शन का संतुलन फिर से बहाल हो जाएगा। चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में जीएसटी संग्रह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 8% अधिक दर्ज किया गया है।
