सीजी भास्कर, 08 जनवरी। एक छात्रा के द्वारा प्रीमेच्योर शिशु को जन्म देने का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पौड़ी उपरोड़ा विकासखंड स्थित कस्तूरबा गांधी सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ रही 11वीं की छात्रा बिन ब्याही मां बन गई है। सबसे बड़ी बात ये है कि जब छात्रा बाथरुम गई तो वहीं पर उसे प्रसव दर्द होने लगा। इस दौरान उसने बच्चे को जन्म दिया और लोक लाज के भय से बाथरुम की खिड़की से नवजात को बड़ी ही बेरहमी से बाहर फेंक दिया। इससे नवजात के पैर में चोट लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब यह मामला उजागर हुआ तब महिला छात्रावास अधीक्षिका के हाथ पांव फूल गये।
उन्होंने लड़की से इस संबंध में पूछा तो नाबालिग छात्रा ने पहले तो सिरे से इंकार कर दिया। बाद में जब उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने इस मामले की पूरी कहानी सबके सामने बयां कर दी। इसके बाद प्रशासन ने शासकीय काम में लापरवाही बरतने पर छात्रावास अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
इस मामले में छात्रा के परिजनों का कहना है कि बेटी के कभी अपने गर्भवती होने की जानकारी नहीं दी। नवजात शिशु के पैर में चोट के निशान पाए गए हैं। ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए नवजात को कोरबा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती किया गया है। मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश शर्मा ने बताया कि नवजात करीब 7 से 8 महीने का है। उसे केयर यूनिट में रखा गया है।