सीजी भास्कर, 15 अप्रैल। वाराणसी में एक 19 साल की युवती के साथ गैंगरेप की घटना के बाद सरकार ने डीसीपी चंद्रकांत मीणा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। युवती के साथ एक दो नहीं बल्कि 23 लोगों ने एक हफ्ते तक रेप किया था।
इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी के बाद DCP चंद्रकांत मीणा को पद से हटाकर डीजीपी ऑफिस लखनऊ से अटैच कर दिया है। इस मामले में अब भी 10 आरोपी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है।
वाराणसी गैंगरेप केस में शासन स्तर से बड़ी कार्रवाई हुई है। देर रात डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटा कर डीजीपी ऑफिस से अटैच कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान लेने के बाद माना जा रहा है कि पीएमओ के निर्देश पर सरकार ने ये कार्रवाई की है। लालपुर पांडेय पुर थाना क्षेत्र की एक 19 वर्षीय युवती से एक हफ्ते तक अलग अलग जगहों पर सामूहिक बलात्कार किया गया था।
13 आरोपी अरेस्ट :
इस मामले में 12 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि बाकी आरोपियों की धरपकड़ की कोशिशे जारी है. गैंगरेप केस के बाद भी हालात में कोई सुधार नही हुआ सोमवार को लालपुर पाण्डेय पुर थाना क्षेत्र में ही पांच साल की मासूम के साथ छेड़खानी की घटना सामने आई है।
पीड़िता हायर सेंटर रेफर
सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का इलाज BHU अस्पताल में चल रहा है. जिला अस्पताल की जांच से पता चला था कि पीड़िता हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित है।
पीड़िता कमजोरी महसूस कर रही है इसलिए उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
वाराणसी में बढ़ते महिला अपराध को लेकर पीएम मोदी गंभीर बताए जा रहे हैं. इसी का नतीजा है कि वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट अपराध रोकने को लेकर अभियान चला रहा है।
पुलिस कर रही छापेमारी
लगातार स्पा, कैफे, होटलों और बारों पर पुलिस छापेमारी कार्रवाई कर रही है. लेकिन अपराध में फिलहाल कोई कमी नही दिख रही है. सोमवार को ही इसी लालपुर पाण्डेय पुर थाने में पांच साल की मासूम के साथ छेड़खानी का मुकदमा लिखा गया।