सीजी भास्कर, 18 अप्रैल। 9 माह के बच्चे का अपहरण हो गया। घटना मध्यप्रदेश के इंदौर की है। बच्चा जब घर में नहीं दिखा तो परिजन ने तलाश शुरू की। बच्चे के पिता संतोष सेन ने फौरन पुलिस को बच्चे के गुम होने की सूचना दी। घटना हीरानगर थाना क्षेत्र के गौरी नगर में गुरुवार सुबह की है।
पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो एक अज्ञात महिला 9 माह के नकुल को उठाकर ले जाती हुए नजर आई। घटना के समय बच्चा कमरे में था। मां घर के काम में लगी थी और बड़ा भाई मोबाइल चला रहा था।
महिला चुपचाप बच्चे को लेकर निकल गई ताक लगाए आरोपी महिला ने घर में झांका। उसे केवल बच्चे दिखाई दिए। मौका पाकर वह चुपचाप बच्चे को लेकर निकल गई। कुछ देर बाद बच्चे के बड़े भाई ने मां से कहा- मां…भय्यू को ले गई। ये सुनकर मां बाहर आई तो बच्चा गायब था।
बच्चे को बरामद किया, महिला गिरफ्तार घबराए परिजन ने फौरन पुलिस को सूचना दी। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया, चार टीमें गठित की गई थी। महिला बच्चे को लेकर पीसी सेठी अस्पताल तक पहुंच गई थी। यहां से बच्चे को सकुशल बरामद कर बबीता उर्फ भूरी चौरसिया नाम की महिला को हिरासत में लिया। नकुल के माता-पिता ने बबीता को कड़ी सजा देने की मांग की है।
कपड़े बदलकर पहचान छिपाने की कोशिश सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद आसपास के लोगों ने महिला को पहचान लिया। आरोपी बबीता भी गौरी नगर की रहने वाली है। पूछताछ के लिए उसे थाने ले जाया गया है। पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि उसने बच्चे का अपहरण क्यों किया। बच्चे के घर के चार गली बाद उसका मकान है।
आरोपी बबीता बच्चे को चुराने के बाद खुद के और उसके कपड़े बदलकर पहचान छिपाने की कोशिश कर रही थी। उसके पति दीपक का फ्रूट्स से जुड़ा काम है। दोनों के तीन बच्चे हैं।
महिला बोली- खिलाने के लिए बच्चे को ले गई आरोपी बबीता चौरसिया ने पुलिस के सामने कबूला है कि वह बच्चे को अकेला देखकर उसे खिलाने के लिए ले गई थी। जब वह बच्चे को बाहर लेकर आई, तो सामने एक भाभी से कहा भी कि वह उसे लेकर जा रही है।
उसने बताया कि बच्चे के लिए दूध की बोतल खरीदी। नकुल ने कपड़े खराब कर दिए तो एक दुकान से 200 रुपए अपने पति से ऑनलाइन डलवाकर नए कपड़े भी दिलाए। मैं पीसी सेठी अस्पताल में अपनी दवा लेने जा रही थी। मैं खुद पांच माह से गर्भवती हूं।
अगवा करना होता तो अपना चेहरा छिपा लेती पूछताछ में बबीता ने कहा- अगर मुझे बच्चे का अपहरण करना होता, तो मैं अपना चेहरा छिपा लेती, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। हालांकि, आरोपी बबीता बार-बार अपना बयान बदल रही है। टीआई के अनुसार, वह कम पढ़ी-लिखी है। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं लगती।
पहले भी चोरी के मामले में पकड़ी जा चुकी है बबीता पहले भी चोरी के एक मामले में पकड़ी जा चुकी है। वह करीब 10 साल पहले गौरी नगर इलाके में आकर रहने लगी थी। इससे पहले वह खातीपुरा इलाके में रहती थी। बबीता ने बताया कि उसका भाई जेल में है और वह अपने पति दीपक और तीन बच्चों के साथ रहती है।
पति को भी नहीं पता था कि बच्चा चुराया है पुलिस के मुताबिक पहचान होने के बाद टीम जब महिला के घर पहुंची, तब पति दीपक घर पर ही था। पूछताछ में उसने बताया कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इधर, बबीता की सास चमको ने बताया कि वह अस्पताल जाने की बात कहकर निकली थी।
इसके बाद पुलिस की टीम एमवाय और पीसी सेठी अस्पताल की ओर रवाना हुई। अस्पताल से लगभग 100 मीटर पहले ही वह मिल गई। पुलिस ने फौरन उसे हिरासत में लिया और थाने लेकर आई।
स्थानीय लोगों ने कहा- घर खाली करो बबीता के बच्चा चुराने की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोग उसके घर पहुंच गए। उन्होंने उसके पति दीपक और सास चमको से घर खाली करने को कहा। लोगों का कहना था कि वह आगे भी कोई वारदात कर सकती है। हालांकि, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी।
बच्चे की मां बोली- बेटा चार घंटे दूर रहा बच्चे की मां रश्मि ने कहा कि मैं बेटे को मच्छरदानी के अंदर सुलाकर कपड़े सुखाने छत पर चली गई थी। नीचे का गेट लगा था। बड़े बेटे ने चाय बनाकर देने को कहा। मैं चाय बनाकर लौटी तो सो रहे बेटे पर ध्यान गया। वो मुझे नजर नहीं आया।
मैंने बेटे को पहले घर में ढूंढा नहीं मिला तो उसे ढूंढते हुए मकान मालिक के यहां पहली मंजिल पर गई। वहां भी नहीं मिला तो मैं दौड़ती हुई नीचे आई। तब पड़ोसी महिला किरण ने बताया कि आपके बेटे को थोड़ी देर पहले एक महिला को ले जाती दिखी थी। मैं समझी कि आपकी कोई रिश्तेदार होगी। मैंने कहा- मेरी कोई रिश्तेदार नहीं आई।