सीजी भास्कर, 29 नवंबर। नाबालिग लड़की को बंधक बनाकर 108 एंबुलेंस के अंदर गैंगरेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने एंबुलेंस चालक और पीड़िता के जीजा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के इस मामले में पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
डीआईजी रीवा रेंज साकेत पाण्डेय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 16 वर्षीया नाबालिग पीड़िता हनुमना क्षेत्र में स्थित अपने ननिहाल आई थी। 22 नवंबर को अपनी ममेरी बहन और जीजा के साथ उसने घूमने का प्लान बनाया। सभी 108 एंबुलेंस में सवार होकर घूमने निकले। रास्ते में ममेरी बहन एंबुलेंस से उतरकर चली गई।
एंबुलेंस में पीड़िता, जीजा, ड्राइवर और उसका हेल्पर मौजूद था। जिसके बाद वे एंबुलेंस में घूमने निकल गए। आरोपियों ने पीड़िता को बंधक बना लिया और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया। पूरी रात लड़की को बंधक बनाए रखने के बाद आरोपियों ने अगले दिन सुबह उसे सड़क किनारे फेंक कर भाग गए ।
घटना के बाद पीड़िता घर पहुंची और अपनी मां को इसकी जानकारी दी। लेकिन बदनामी के डर से एक दो दिन उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। आखिरकार 25 नवंबर को पीड़िता और उसकी मां ने पुलिस से संपर्क किया। मामले में पुलिस ने पीड़िता की ममेरी बहन, जीजा, एंबुलेंस ड्राइवर और हेल्पर के खिलाफ दुष्कर्म औऱ पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
मामले में पुलिस ने एंबुलेंस ड्राइवर वीरेंद्र चतुर्वेदी और हेल्पर राजेश केवट को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीड़िता की ममेरी बहन और जीजा फरार हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस का कहना है कि फरार दोनों आरोपी जल्दी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।