सीजी भास्कर, 07 दिसंबर। एक 20 वर्षीय युवक ने अपनी प्रेमिका को ब्लैकमेल कर उससे करोड़ों रुपये और महंगी कार ले ली फिर भी उसकी डिमांड जारी रही नतीजतन युवती ने हार कर परिजनों को जानकारी दी और मामला पुलिस तक पहुंचा। आरोपी को पुलिस ने धरदबोचा है और उससे लगभग 80 लाख कैश की रिकवरी भी हुई है। आपको बता दें कि युवक युवती दोनों की पहचान बचपन से थी। बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई के बाद लंबे वक्त पर दोनों की मुलाकात हुई और ये मुलाकात प्यार में बदल गई।
पुलिस के अनुसार युवती पहले से ही आरोपी पर भरोसा करती थी और उससे शादी करने की उम्मीद लगाए बैठी थी, अपने प्रेमी के द्वारा किए गए इस धोखाधड़ी से वह तबाह हो गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी मोहन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि यह एक सुनियोजित अपराध था। आरोपी ने 2.57 करोड़ रुपये की उगाही की थी, जिसमें से 80 लाख रुपये पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। आरोपी ने अपराध पूरी तरह से संगठित और बहुत सोची-समझी योजना के तहत किया।
आपको बता दें कि पीड़िता और आरोपी मोहन कुमार की मुलाकात बचपन में बोर्डिंग स्कूल में हुई थी। उस वक्त वे अच्छे दोस्त थे लेकिन कुछ समय बाद संपर्क टूट गया। कई सालों बाद दोनों ने फिर से संपर्क किया और उनका प्यार पनपने लगा। आरोपी मोहन कुमार ने अपनी प्रेमिका से शादी का वायदा किया और इस भरोसे के कारण वह धीरे-धीरे उसके करीब आ गई। हालांकि युवक ने अपनी प्रेमिका की नासमझी का फायदा उठाते हुए उसे मानसिक रूप से ब्लैकमेल करना शुरू किया। उसने युवती के साथ अंतरंग पलों के वीडियो बना लिए और उसे इन वीडियो के आधार पर डराने-धमकाने का सिलसिला शुरू कर दिया। मोहन ने युवती से कहा कि अगर वह उसकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा। डर के मारे युवती ने उसके दबाव में आकर गहने, महंगी घड़ियां, लग्जरी कार और रुपये देना शुरू कर दिया। आरोप है कि मोहन ने युवती से कुल 2.5 करोड़ रुपये की राशि उगाही की और साथ ही उससे महंगी कार भी ली। कई महीनों तक यह ब्लैकमेलिंग का सिलसिला जारी रहा लेकिन आखिरकार पीड़िता ने अपनी परेशानियों के बारे में अपने परिवार को बताया और पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने शिकायत के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि मोहन कुमार उसे शादी के वायदे के बहाने विश्वास में लेता रहा, जबकि वह असल में उसका शोषण कर रहा था। युवती के परिवार ने भी इस अपराध की कड़ी निंदा की और कहा कि उनके लिए यह एक बड़ा धक्का था। इस तरह के मामलों में जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए क्योंकि डिजिटल दुनिया में किसी के निजी पलों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। पुलिस और सरकार की तरफ से इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोग ऐसे शिकार न हों। यह घटना यह भी दिखाती है कि किसी पर भरोसा करना और व्यक्तिगत जानकारी देना कितनी बड़ी जिम्मेदारी हो सकती है। बेंगलुरु में हुई इस घटना ने यह साबित किया है कि डिजिटल सुरक्षा और व्यक्तिगत डेटा का संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण है। पुलिस ने अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस मामले के बाद अन्य लोगों को भी ऐसे धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।