24 मार्च 2025 :
हाल ही में वैज्ञानिकों ने गीजा के प्रसिद्ध पिरामिडों के नीचे एक विशाल अंडरग्राउंड शहर मिलने का दावा किया है. उन्होंने रडार तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पिरामिडों के नीचे 2,100 फीट गहरी संरचनाओं के बारे में जानकारी जुटाई है. इन खोज को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने “हॉल्स ऑफ एमेंटी” नामक एक रहस्यमय कक्ष का पता लगाया है, जो पिरामिडों के नीचे छिपा हो सकता है.
यह शोध स्कॉटलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ स्ट्रैथक्लाइड के फिलिपो बियोंदी और इटली के यूनिवर्सिटी ऑफ पिसा के कोरोडो मालांगा के नेतृत्व में हुआ. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह शोध सैटेलाइट डेटा और रडार तकनीक का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने पुरातात्विक खोजों की दिशा बदल दी है.
कैसे किया गया शोध
इन वैज्ञानिकों ने सिंथेटिक एपरचर रडार (SAR) तकनीक का इस्तेमाल किया और पिरामिड के नीचे आठ सिलेंडर आकार की कलाकृतियों का पता लगाया है. इसके अलावा, उन्होंने 4,000 फीट नीचे अन्य अज्ञात संरचनाओं के संकेत भी पाए हैं. उनके अनुसार, इन संरचनाओं में कुछ कमरे जैसे भवन और एक सर्कोफैगस भी पाया गया है, जिसे पहले फराओ का मकबरा माना जाता था.
कई विशेषज्ञ ने बताया फेक
हालांकि, इन दावों को लेकर कई पुरातत्वज्ञ और विशेषज्ञ विरोध कर रहे हैं. मिस्र के प्राचीन वस्तुओं के पूर्व मंत्री ज़ाही ह्वास ने इस शोध को पूरी तरह नकार दिया है. उनका कहना है कि रडार तकनीक का इस्तेमाल पिरामिड के अंदर नहीं किया गया था, और इस तरह की खोजों के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं. ह्वास ने इसे ‘फेक न्यूज’ बताया और कहा कि दशकों के शोध में ऐसी कोई विशाल भूमिगत संरचनाएं नहीं पाई गईं.
इसके अलावा, रडार विशेषज्ञ प्रोफेसर लॉरेंस कॉनियरस ने भी इन दावों को अतिशयोक्ति करार दिया. उनका कहना है कि रडार जैसे उपकरण हजारों फीट नीचे की तस्वीरें नहीं ले सकते. फिर भी, उन्होंने यह स्वीकार किया कि प्राचीन समय में इस क्षेत्र का महत्व था और शायद यहां छोटे निर्माण हो सकते हैं.
मिस्र के पिरामिडों की रहस्यमय संरचनाओं को लेकर बहस अब तेज हो गई है. कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह क्षेत्र प्राचीन सभ्यताओं के लिए बहुत खास था, और संभव है कि पिरामिडों के नीचे कुछ और अनजानी चीज़ें छिपी हों. अब देखना यह है कि भविष्य में इस शोध को लेकर और क्या खोजें सामने आती हैं और क्या इस क्षेत्र में और गहराई से शोध किया जाएगा. फिलहाल, वैज्ञानिक और पुरातत्वज्ञ इस पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं, और इस रहस्य को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं.