सीजी भास्कर, 01 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ CBI ने केस दर्ज किया है। सीबीआई ने महादेव सट्टा एप केस (Mahadev Online Satta App) में आरोपी नंबर 6 बनाया है।
आपको बता दें कि हाल ही में भूपेश बघेल के खिलाफ सीबीआई रेड पड़ी थी। सीबीआई रेड के बाद भूपेश बघेल ने बीजेपी पर कई बड़े आरोप लगाए थे।
अब छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भूपेश बघेल के आवास पर हाल ही में CBI की टीम ने छापा मारा था। अब उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
2024 के अक्टूबर महीने ED और EOW ने में महादेव बेटिंग एप मामले पर भूपेश बघेल के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उसमें संशोधन प्रति भी जोड़ दी है। इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आरोपी बनाया है।
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई FIR में पूर्व सीएम बघेल को आरोपी नंबर 6 बनाया गया है। सीबीआई ने महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 21 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया ह।
सीबीआई की एफआईआर में महादेव एप के प्रमोटर रवि उप्पल , सौरभ चंद्राकर, अशीम दास, सतीश चंद्राकर, चंद्रभूषण वर्मा, भीम सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने देशभर में भूपेश बघेल समेत तमाम आरोपियों के 60 लोकेशन्स पर छापेमारी की थी। महादेव सट्टा एप मामले में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के अलावा, भिलाई से विधायक देवेन्द्र यादव, कई राजनेता, नौकरशाह और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति तेज हो गई है। हालांकि भूपेश बघेल के खिलाफ FIR अक्टूबर महीने में ही दर्ज करते हुए महादेव आनलाईन ऐप के मामले में भूपेश बघेल का नाम शामिल किया गया था।
ED और EOW जांच के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव ऐप मामले को CBI को सौंपा था, जिसके बाद CBI ने हाल ही में छापेमारी के बाद इसकी संशोधन प्रति पूर्व FIR में जोड़ी है जिसके अनुसार अब भी श्री बघेल आरोपी हैं।
दरअसल, महादेव सट्टा एप का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर है और वह दुर्ग के भिलाई का रहने वाला है। सौरभ चंद्राकर फिलहाल दुबई में है।
आरोप है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में महादेव सट्टा एप को संरक्षण दिया गया था। इसके बदले में तत्कालीन सीएम को 508 करोड़ रुपये की प्रोटेक्शन मनी देने का दावा किया गया था। हालांकि भूपेश बघेल ने इस दावे को इनकार करते हुए कहा था कि छवि खराब करने के लिए यह किया गया है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ईडी सहित अन्य एजेंसियां भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं और उनके बढ़ते राजनीतिक कद को देख भाजपा घबरा रही है। उन्हें पूरा भरोसा है कि ऐसे षड़यंत्र से बिल्कुल भयभीत नहीं हैं।
महादेव बुक एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। जिसे रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने प्रमोट किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि महादेव बुक के प्रमोटरों ने अपने गैरकानूनी सट्टेबाजी नेटवर्क को निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए सार्वजनिक सेवकों को बड़ी मात्रा में प्रोटेक्शन मनी दी थी।

बहुत चर्चित महादेव सट्टा ऐप में इऩके नाम पर FIR दर्ज की गई है : रवि उप्पल, शुभम सोनी, चंद्रभूषण वर्मा, सौरभ चंद्राकर, असीम दास, सतीश चंद्राकर, भूपेश बघेल, नितीश दीवान, अनिल अग्रवाल, विकास छापरिया, रोहित गुलाटी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, अनिल कुमार दम्मानी, सुनील कुमार दम्मानी, भीम सिंह यादव, हरीशंकर तिबरवाल, सुरेंद्र बागड़ी, सूरज चोखानी, सहित दो अज्ञात ब्यूरोक्रेट।
CBI की प्राथमिकी के अनुसार : भूपेश बघेल पर आरोप है कि उन्होंने महादेव बेटिंग ऐप के संचालन में सहायता की और चुनावी फंडिंग के लिए अवैध धन प्राप्त किया। हालांकि, बघेल ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है।