सीजी भास्कर 6 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के आगरा में आवास विकास सेक्टर-7 में एक बड़ा हादसा हो गया, जहां एक साथ पांच दुकानें अचानक से भरभरा कर गिर पड़ीं।
दुकानें ढहने से तेज धमाका हुआ और चारों तरफ धूल ही धूल हो गई। लोगों को लगा भूकंप आया है। इसलिए आसपास के लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल आए, जो लोग आसपास से गुजर रहे थे। वह भी ये घटना देख सन्न रह गए।
ये हादसा शनिवार की शाम को हुआ, जब दो दुकानों के बीच की दीवार को हटाया जा रहा था। तभी पांच दुकानें ढह गईं और ये घटना घट गई। इसमें पांचों दुकानों के मालिक और उनके साथ-साथ 9 लोग मलबे में दब गए।
इस घटना में दो भाइयों की मलबे में दबने से मौत हो गई. घायलों को निकालने के लिए तीन घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, जिसमें पुलिस की स्थानीय लोगों ने भी मदद की। हादसे में 7 लोग घायल हो गए।
“ऐसा लगा कि कोई बम फटा है” : जहां ये हादसा हुआ, उसी जगह पर सामने एटा कॉम्पलेक्स में मौजूद एक ऑटो पार्ट्स की दुकान के लोगों ने बताया कि जब दुकानें ढही तो ऐसा लगा कि कोई बम फटा है, क्योंकि तेज धमाके के साथ चारों ओर धूल उड़ने लगी थी। शुरू में पता ही नहीं चला कि क्या हुआ।
फिर बाद में पता चला कि दुकानें गिरी हैं। हादसे से मौके पर अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। लोग डरकर अपने घरों से बाहर आ गए। उन्हें लगा तेज भूकंप के झटके हैं।
हादसे का शिकार हो सकते थे ज्यादा लोग : इस जगह पर एक परचून की दुकान भी है, जिसके आस पास ही पहले ठेके खुले हुए थे लेकिन नए टेंडर के बाद से 1 अप्रैल से वहीं से 200 मीटर दूर नया ठेका खुला। लेकिन शराब पीने वाले सभी लोग परचून की दुकान पर ही नमकीन, पानी की बोतल और गिलास के लिए आते हैं, जहां लोगों की भीड़ रहती है।
गनीमत रही कि रात के वक्त ये हादसा नहीं हुआ वरना कई लोग इस हादसे का शिकार हो सकते थे। क्योंकि रात के समय में ही यहां पर ज्यादा भीड़ होती है।
पहले भी हुई थी ऐसी घटना : जिस जगह ये हादसा हुआ, वह भीड़भाड़ वाला इलाका है। इसलिए वहां बचाव कार्य के वक्त भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसके लिए पुलिस ने सेक्टर-4 चौकी के पास और सेक्टर-1 की तरफ आने वाले वाहनों को रोकने के लिए बैरियर लगा दिए थे। क्योंकि पुलिस को लोगों को बार-बार हटाना पड़ा रहा था। इससे पहले आवास विकास कॉलोनी के ही सेक्टर 12 में एक शराब की दुकान गिरी थी हालांकि तब घटना बारिश की वजह से हुई थी।
शिव शंकर शर्मा की थी पांचों दुकानें : ये पांच दुकानें आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 के रहने वाले शिव शंकर शर्मा के घर के अगले हिस्से में बनी हैं। शिव शंकर अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ रहते हैं। उन्होंने अपनी एक दुकान भांजे ब्रजेश और त्रिलोकी को दी हुई थी, जो परचून की दुकान चलाते थे। दूसरी दुकान शिव शंकर के भाई किशन चंद और तीसरी विष्णु चला रहे थे और बाकी दो दुकानों में तीसरे भाई पुष्कर, जबकि पांचवीं दुकान विष्णु की पत्नी रेखा की थी।
विष्णु और किशन की हो गई मौत : पुष्कर और विष्णु उन दुकानों में शराब का ठेका चलाते थे लेकिन नए टेंडर की वजह से वह बंद हो गया था, जिसके बाद दोनों भाई दुकानों के बीच की दीवार तोड़कर जगह बड़ी कर रहे थे और तभी ये हादसा गया।
हादसे के दौरान दुकान में काम कर रहे मजदूर और ग्राहक मलबे में दब गए। जबकि विष्णु और किशन की हादसे में मौत हो गई। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।