सीजी भास्कर, 7 अप्रैल |
इंदौर की तेजाजी नगर पुलिस ने बांक टांडा के कुख्यात खड़किया गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को आरोपियों की निशानदेही पर शहर के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी के दौरान करीब एक दर्जन सुनारों से पूछताछ करनी पड़ी। इनमें से कई के पास से चोरी का करीब 1 किलो सोना बरामद किया गया है।
इस कार्रवाई का नेतृत्व प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी कर रहे थे। पुलिस ने दो टीमें बनाई थीं—एक टीम ने सुनारों से पूछताछ की, जबकि दूसरी टीम ने जब्ती की कार्रवाई को अंजाम दिया।
गिरोह का सरगना करोड़ों की संपत्ति का मालिक
तेजाजी नगर पुलिस ने सबसे पहले गिरोह के सरगना खड़क सिंह उर्फ खड़किया को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथियों के साथ सूने घरों को निशाना बनाकर चोरी करता था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गैंग के अन्य तीन सदस्यों—समाल सिंह, गेमर सिंह और रामू को भी गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी विनोद मीणा के मुताबिक, खड़क सिंह पढ़ा-लिखा नहीं है लेकिन महंगी एसयूवी में घूमता है और उसके पास करोड़ों की संपत्ति है। यह गैंग तेजाजी नगर, राजेंद्र नगर और एरोड्रम क्षेत्र में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है।
चोरी का सोना गलवाने में मनावर और छोटा सराफा के सुनार शामिल
पूछताछ में खुलासा हुआ कि मनावर निवासी सुनार चेतन चोरी का सोना गलाकर आगे बेचता था। उसकी निशानदेही पर छोटा सराफा के ज्ञानेन्द्र, गजेंद्र उर्फ बंटी, विकास और नंदानगर के अन्य सुनारों से भी पूछताछ की गई। पुलिस ने इनसे करीब 1 किलो सोना बरामद किया है।
माल की कुल कीमत 1.28 करोड़ रुपए
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 1 किलो 60 ग्राम सोना, 6 किलो 240 ग्राम चांदी, तीन लाख रुपए नकद, दो बाइक, कटर, जैक, फालिया सहित चोरी के अन्य औजार बरामद किए हैं। जब्त सामान की कुल कीमत लगभग 1 करोड़ 28 लाख रुपए आंकी गई है।
पुलिस के अनुसार, ये आरोपी वारदात के तुरंत बाद फरार हो जाते थे और पहाड़ियों में जाकर छिप जाते थे। इनके खिलाफ प्रदेश के कई थानों में लूट, चोरी और डकैती के केस दर्ज हैं।