मुरादाबाद , 10 अप्रैल 2025 :
UP News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर एक बार फिर कार्यवाही की तलवार लटक गई है. मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय सिविल लाईन इलाके में चक्कर की मिलक ग्राम छावनी में नजूल भूमि पर बना हुआ है जो 1994 में लीज पर ली गयी थी. राजस्व रिकॉर्ड में यह कोठी संख्या 4 के नाम से दर्ज है. और लगभग 953.71 वर्ग मीटर में यहां सपा जिला कार्यालय बना हुआ है.
सितम्बर 2024 में भी नगर निगम ने इसे खाली करने के लिए जिला प्रशासन से पुलिस फोर्स के साथ मदद मांगी थी लेकिन मामला राजनितिक दल से जुड़ा होने के कारण नगर निगम इस पर अभी तक कब्जा नहीं ले सका है. हालांकि नगर निगम मुरादाबाद में करोड़ों की रूपये की सरकारी संपत्तियां अन्य कब्जाधारियों से मुक्त भी करा चुका है.
योगी सरकार को भेजी गई चिट्ठी
अब नगर निगम की सिफारिश पर मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह ने प्रमुख सचिव नगर विकास उत्तर प्रदेश सरकार को दिनांक 28 मार्च 2025 को पत्र भेज कर इसकी लीज को निरस्त कर इसे सरकारी प्रयोजनार्थ शासन में निहित करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करने की मांग की है. अब अगर शासन से आवंटन निरस्त कर भूमि को सरकारी प्रयोजनार्थ शासन में निहित करने की मंजूरी मिल जाती है तो फिर नगर निगम और जिला प्रशासन इस पर कब्जा कर लेगा, ऐसे में समाजवादी पार्टी का कार्यालय बंद हो सकता है.
मुरादाबाद नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह भूमि नजूल की सरकारी भूमि है जो नगर निगम के अभिलेखों और जिला अधिकारी के यहां राजस्व अभिलेखों में ग्राम छावनी गाटा संख्या 322 का अंश भाग है जो करीब 953.71 वर्ग मीटर का है. इस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर अवैध निर्माण कर रखा है. उस अतिक्रमण को हटाया जायेगा और भूमि को सरकार में निहित किया जायेगा, इसलिए शासन से इसकी अनुमति मांगी गयी है.
पहले भी हुई थी खाली कराने की कोशिश
इस मामले में मुरादाबाद समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने बताया की यह भूमि तत्कालीन मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की सरकार में शासन स्तर से लीज पर पार्टी कार्यालय खोलने के लिए दी गयी थी यहां पिछले 31 सालों से सपा का जिला कार्यालय संचालित हो रहा है, अभी तक हमें कोई नोटिस नहीं मिला है अगर लीज के सम्बन्ध में कोई नोटिस मिलेगा तो उसका जवाब दिया जायेगा.
फ़िलहाल मुरादाबाद में इस खबर से सपा नेताओं की चिंता बढ़ा गयी है वहीं मुरादाबाद नगर निगम और जिला प्रशासन, योगी सरकार से मिलने वाले जवाब का इंतज़ार कर रहा है अगर योगी सरकार स्थानीय प्रशासन की मांग पर इसकी लीज को निरस्त कर देती है तो समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा.
इससे पहले भी सितम्बर 2024 में सपा कार्यालय को खाली कराने के लिए नगर निगम मुरादाबाद ने कोशिश की थी लेकिन तब सपा के विधायकों और नेताओं ने जिला अधिकारी से मिलकर कार्यालय खाली न कराने की मांग की थी और मामला शांत हो गया था लेकिन अब मामला लखनऊ पहुंच चुका है और लखनऊ से जो निर्देश मिलेगा वह तय करेगा की सपा कार्यालय की लीज निरस्त होती है या नहीं फ़िलहाल सपा नेताओं की चिंता बढ़ी हुई है.