15 अप्रैल , 2025 :
Pashupati Paras News: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने मंगवार को तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई बैठक को सफल बताया. पारस सोमवार को ही एनडीए से अलग हुए हैं और अपनी नई राह ढूंढ़ रहे हैं. ऐसे माना जा रहा है कि वो महागठबंधन के साथ जा सकते हैं.
‘इंडिया गठबंधन के लोगों को बुलाया जाए’
पशुपति पारस ने एक न्यूज एजेंसी को दिए अपने बयान में कहा, “आज तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई बैठक काफी सफल रही. यह एक अच्छी शुरुआत है. हमारी राय है कि इस महीने के अंत तक इंडिया गठबंधन के लोगों को बुलाया जाए और एक योजना के तहत वे पूरे बिहार में 38 जिलों में एकजुट होकर लोगों के बीच जाएं और अपनी बात रखें.”
पारस ने ये भी कहा कि अगस्त तक हमारी पार्टी की योजना बिहार के जिलों में जाकर संगठन को मजबूत करने और समर्थकों की समस्याओं का समाधान करने की है. निश्चित तौर पर एनडीए गठबंधन को हराने के लिए इंडिया गठबंधन को मजबूत करना होगा और सभी छोटी पार्टियों को साथ लाना होगा. बिहार में लोग बदलाव के मूड में हैं. हमने देखा है कि दलित समुदाय एनडीए गठबंधन से नाराज है.
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात हुई. बैठक में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, आरजेडी सांसद मनोज झा और संजय यादव भी मौजूद थे. मीटिंग के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि ये बैठक काफी अच्छी रही. हम सभी घटक दल एकजुट हैं और मिलकर एनडीए को हराएंगे. अगली बैठक पटना में होगी, जिस पर सबकी निगाहें टिकीं हैं.
महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं पारस
वहीं एनडीए छोड़ चुके पशुपति पारस भी महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार बैठे हैं. उन्हें सिर्फ लालू यादव की हरी झंडी चाहिए. उनके आने से महागठबंधन का कुनबा और ज्यादा बढ़ेगा और फिर सीट शेयरिंग को लेकर भी मामला अटकेगा. क्योंकि पहले से ही महागठबंधन में ज्यादा सीटों की मांग अन्य घटक दलों की ओर से हो रही है. पशुपति पारस भी कह चुके हैं कि महागठबंधन में सम्मानजनक भागीदारी मिलती है तो ठिक है वरना वो अकेले भी चुनाव लड़ सकते हैं.