सीजी भास्कर, 19 मई। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और देश के साथ गद्दारी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल फोन ने गहरे राज खोले हैं।
उसके ISI अधिकारी नोमान उर्फ जट्ट रंधावा के साथ बेहद करीबी रिश्ते थे और वो उसके साथ बाली भी घूमने गई थी। इस बात का खुलासा ज्योति की व्हाट्सऐप चैट में हुआ।
ISI अफसर नोमान पंजाबी बोलता है। पाकिस्तान में इसे सिख धार्मिक स्थलों की संपत्तियों को मैनेज करने के लिए बनाये गए बोर्ड में नियुक्ति दी गई है लेकिन वास्तव में नोमान ISI के लिए काम करता है. ज्योति के मोबाइल फोन चैट से कई सनसनीखेज बाते सामने आई हैं। ISI के अधिकारियों के साथ उसके कितने करीबी रिश्ते हैं यह सब ज्योति के व्हाट्सऐप चैट से पता चला है. चैट में बाली जाने के बारे में भी खुलासा हुआ।
पाकिस्तान ने इस तरह फैलाया जासूसी का जाल
नूह में जासूसी के आरोप में पकड़ा गया मोहम्मद तारीफ पाकिस्तान वीजा रैकेट चलाता था और पाकिस्तान एंबेसी की शह पर काम करता था। अगर किसी को पाकिस्तान का वीजा चाहिए और एंबेसी नहीं दे रही है तो मोहम्मद तारीफ पैसे लेकर वीजा दिलवा देता था। बदले में पाकिस्तान एंबेसी इन लोगों से लोकल सिमकार्ड मंगवाती थी। यह सिमकार्ड या तो इन्हीं लोगों के नाम पर होते थे या इनके किसी जान पहचान वाले के नाम पर।
भारतीय एजेंसियों से बचने के लिए इस्तेमाल करते थे लोकल सिम कार्ड
इन सिम कार्ड का इस्तेमाल पाकिस्तानी एंबेसी के लोग करते थे और भारतीय एजेंसियां के राडार से बचे भी रहते थे। मसलन उनकी कॉल्स ट्रैक नहीं हो पाती थीं। जासूसों के जाल से बात करने के लिए इन्हीं सिम कार्ड का इस्तेमाल हो रहा था ताकि यह पता ही न चल पाए कि बात करने वाले पाकिस्तानी हैं। ISI दिल्ली में पाकिस्तान एंबेसी के जरिए तीन रास्तों से अपना नेटवर्क बढ़ा रही है। इन रास्ते से जुड़े सॉफ्ट टारगेट्स को ISI प्रलोभन देकर जोड़ने की कोशिश कर रही है।
कौन से हैं वो तीन रास्ते
यूट्यूबर और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर को पाकिस्तान में कवरेज सुविधा देकर व्यूअर्स बढ़ाने का लालच।
वीजा रैकेट से मुस्लिम एरिया के लोगों को जाल में फंसाया जा रहा है। एंबेसी में वीजा देने के लिए भ्रष्टाचार होता है।
धार्मिक जत्थों में पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं में ISI सॉफ्ट टारगेट्स की तलाश करती है।
