बिलासपुर, 11 जून| Chhattisgarh High Court Bomb Threat : गर्मी की छुट्टियों के बाद पहले ही कार्यदिवस पर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला, जिसने सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया। सोमवार शाम करीब 4:45 बजे हाईकोर्ट की आधिकारिक साइट पर भेजे गए इस ईमेल में अमोनियम सल्फर आधारित IED लगाए जाने की बात कही गई थी।
क्या था धमकी में?
धमकी भरे ईमेल में कुछ संवेदनशील मुकदमों का उल्लेख किया गया है।
इसे “पवित्र मिशन” करार देते हुए, न्यायपालिका की निष्पक्षता पर सीधा हमला बताया गया।
ईमेल में कोर्ट परिसर को उड़ाने की मंशा साफ दिखाई (Chhattisgarh High Court Bomb Threat)गई।
अब क्या हो रहा है?
FIR दर्ज, साइबर सेल सक्रिय
धमकी भेजने वाले IP एड्रेस की ट्रेसिंग शुरू
कोर्ट परिसर की सीसीटीवी निगरानी और एंट्री प्रोटोकॉल को और सख्त किया (Chhattisgarh High Court Bomb Threat)गया
हर आगंतुक की चेकिंग अनिवार्य की गई
विश्लेषण: क्या ये सिर्फ एक मज़ाक था?
पुलिस ने शुरुआत में इसे “मॉक ड्रिल” कहकर हल्का लेने की कोशिश की, लेकिन देर रात तक चली कार्रवाई और सुरक्षा सतर्कता ने इसे गंभीर सुरक्षा चूक के संकेत में बदल दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकी:
न्याय व्यवस्था को डराने और प्रभावित करने का तरीका हो सकती (Chhattisgarh High Court Bomb Threat)है
किसी प्रसिद्ध मामले की सुनवाई को भटकाने या टालने का प्रयास भी
या फिर, यह किसी असंतुष्ट तत्व द्वारा डिजिटल उत्पात का संकेत हो सकता है
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
कोर्ट प्रशासन ने सभी वकीलों और कर्मचारियों से सतर्क रहने की अपील की है
पुलिस ने कहा है कि “किसी भी तरह की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी”