सीजी भास्कर, 23 जून। चाहे वो बाजार के होटल हों या फिर गाय भैंस का तबेला, डेयरी हो या खटाल…. इन सभी में मिलने वाले दूध में तरह तरह की मिलावट की जा रही है, आजकल दूध में यूरिया मिलाना भी एक गंभीर समस्या हो गई है। चंद रूपयों के मुनाफे और प्योरिटी सहित दूध की बढ़ती डिमांड के चलते हमारी सेहत को भारी नुकसान हो सकता है क्योंकि आपूर्ति कम होने और खपत बढ़ने की वजह से दूध में अब केवल पानी नहीं बहुत कुछ मिलाया जा रहा है।
आपको बता दें कि दूध का इस्तेमाल हमारे घरों में रोजाना किया जाता है क्योकि दूध को हम एक संपूर्ण आहार के रूप में देखते और जानते हैं लेकिन अब दूध का उत्पादन खपत से काफी कम होता जा रहा है इसलिए इसमें तरह-तरह की मिलावट की जा रही है। दूध में पानी मिलाकर बेचने तक तो ठीक है लेकिन अब दूध में यूरिया जैसे खतरनाक केमिकल मिलाकर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह बात पूरी तरह स्पष्ट है कि मिलावटी दूध पीने से हमारी सेहत को काफी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं जिसे लेकर हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने एक उपाय बताया है जिससे आप अपने दूध में मिलावट की जांच आसानी से कर सकते हैं। आजकल दूध में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ा हुआ दिखाने के लिए यूरिया की मिलावट दूध में की जा रही है। जिसका बेहद बुरा असर हमारी सेहत पर काफी तेजी से देखने को मिल रहा है। इस यूरिया की मिलावट को दूध में पहचान कर पाना काफी मुश्किल काम है। अब एक यह सवाल आपके मन में जरूर उठ रहा होगा कि सेहत के लिए इतना खतरनाक होने के बावजूद भी यूरिया दूध में क्यों मिलाया जाता है?
दरअसल दूध में यूरिया मिलाने के पीछे मुख्य वजह आर्थिक है। इसे मिलाकर दूध के कारोबारी दूध में नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ाते हैं जिससे दूध में प्रोटीन का लेवल बढ़ता है। हालांकि यूरिया मिक्स दूध में प्रोटीन की मात्रा पैमाने पर ज्यादा दिखाई देती है लेकिन यह हमारी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है।
दूध में यूरिया का पता लगाने के लिए आप एक टेस्ट ट्यूब में 2 चम्मच दूध डाल कर इस दूध में आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर दाल का पाउडर मिक्स कर दूध को अच्छे से मिला लें। लगभग 5 मिनट बाद इस दूध को लाल लिटमस पेपर पर डालें और 30 सेकंड के लिए इंतजार करें यदि आपके दूध में मिलावट है तो लिटमस पेपर का रंग नीला हो जाएगा। वहीं यदि इसका रंग नहीं बदलता है तो समझ लें कि आपका दूध शुद्ध है।