बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की कायराना हरकत एक बार फिर सामने आई है। गंगालूर थाना क्षेत्र के जंगलों में छिपाकर रखे गए प्रेशर IED ब्लास्ट की चपेट में आकर एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया। विस्फोट के बाद घायल को पहले स्थानीय अस्पताल और फिर जगदलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना उस समय हुई जब ग्रामीण जंगल से लौट रहा था। अचानक उसका पैर एक संदिग्ध जगह पर पड़ा, जहां नक्सलियों द्वारा जमीन में छिपाया गया IED सक्रिय हो गया।
- विस्फोट इतना तेज था कि ग्रामीण के पैर और निचले अंग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
- शरीर में कई जगह छर्रे लगे हैं और खून बहाव भी अधिक हुआ।
इलाज जारी, हालत नाजुक
- ग्रामीण को पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
- प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताते हुए जगदलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
- डॉक्टरों के अनुसार, बहुत खून बह चुका है और मरीज गहन निगरानी में है।
IED ब्लास्ट के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू
घटना के बाद DRG और BSF की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
- सुरक्षाबल IED की सटीक लोकेशन और जिम्मेदार नक्सली इकाई की पहचान करने में जुटे हैं।
- क्षेत्र में अलर्ट बढ़ा दिया गया है।
नक्सलियों का आम नागरिकों को निशाना बनाना जारी
सुरक्षा बलों के अनुसार, “नक्सली अपनी जमीन खोने के बाद अब आम नागरिकों में डर पैदा करने के लिए ऐसी हरकतें कर रहे हैं।”
- यह घटना इस बात का साबित उदाहरण है कि नक्सली अब निर्दोष ग्रामीणों को टारगेट बना रहे हैं।
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
- ग्रामीणों से आग्रह किया गया है कि वे केवल पक्के रास्तों या चिन्हित पगडंडियों पर चलें।
- किसी भी संदिग्ध वस्तु या गड़बड़ी दिखने पर तुरंत पुलिस या सुरक्षाबलों को सूचित करें।
- सुरक्षा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य बताया गया है।
छत्तीसगढ़ सरकार का बयान
राज्य सरकार ने घायल ग्रामीण के इलाज का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया है।
- “आम लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- नक्सली हिंसा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।“