सीजी भास्कर, 11 जुलाई| Param Veer Chakra Class 8 textbook : कक्षा आठ के छात्र अब एनसीईआरटी की अंग्रेजी की नई पाठ्यपुस्तक में प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता और बडगाम के ऐतिहासिक युद्ध के बारे में जानेंगे। एनसीईआरटी के अनुसार, ऐसा छात्रों को साहस, कर्तव्य और देशभक्ति के मूल्य सिखाने के लिए किया गया है। हाल ही में लांच की गई नई पुस्तक ‘पूर्वी’ में श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन और भारत की पहली महिला भौतिक विज्ञानी बिभा चौधरी सहित अन्य लोगों की कहानियां भी शामिल हैं।
आठवीं के छात्र यूनिट-2 ‘वेल्यूज एंड डिस्पोजीशंस’ में बडगाम युद्ध और मेजर सोमनाथ शर्मा के सर्वोच्च बलिदान के बारे में पढ़ेंगे। पुस्तक के ‘संक्षिप्त विवरण’ खंड में उल्लेख किया गया है, “वीरता की एक कहानी: मेजर सोमनाथ शर्मा और बड़गाम का युद्ध” छात्रों को साहस, कर्तव्य और देशभक्ति के मूल्यों की शिक्षा देता है और दर्शाता (Param Veer Chakra Class 8 textbook)है कि कैसे निस्वार्थ भाव एवं अपने देश के प्रति प्रतिबद्धता स्थायी प्रभाव डाल सकती है।
मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना अधिकारी थे और अपनी बहादुरी के लिए पहला परमवीर चक्र प्राप्त किया था। तीन नवंबर, 1947 को बडगाम युद्ध के दौरान पाकिस्तान समर्थित हमलावरों से श्रीनगर की रक्षा करते हुए वह वीरगति को प्राप्त हुए थे। सात पृष्ठों के इस अध्याय में उल्लेख है कि बडगाम का युद्ध अगस्त में शुरू हुआ था जब पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी पर कब्जा करने के लिए आपरेशन गुलमर्ग शुरू किया था। इसमें बताया गया है कि कैसे यह मौजूदा समझौतों का उल्लंघन था और कैसे एक हजार से अधिक आक्रमणकारियों ने कश्मीर में प्रवेश किया था।
अध्याय में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि कैसे मेजर सोमनाथ शर्मा और उनके सैनिक संख्या में कम होने के बावजूद दृढ़ता से डटे रहे। अध्याय में कहा गया है, मेजर सोमनाथ शर्मा का जीवन और बलिदान कर्तव्य, सम्मान और देशभक्ति के सर्वोच्च आदर्शों का प्रतीक (Param Veer Chakra Class 8 textbook)है। वह सैनिकों और नागरिकों दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनकी कहानी मातृभूमि की रक्षा में अनगिनत पुरुषों एवं महिलाओं द्वारा दिए गए बलिदानों की याद दिलाती है और प्रेरित करने वाले कर्तव्य की गहन भावना को उजागर करती है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफएसई) 2023 के अनुरूप नई पाठ्यपुस्तक में पांच यूनिट हैं जिनमें कहानियां, कविताएं, वार्तालाप और कथात्मक एवं वर्णनात्मक अंश शामिल हैं। इनका उद्देश्य बच्चों को साहस, दया, आलोचनात्मक सोच, सेवा, जिज्ञासा और दृढ़ता जैसे विषयों के लिए प्रेरित करना है। पहली यूनिट ‘विट एंड विजडम’ छात्रों को कृष्णदेव राय के दरबार और तेनाली रामा की तीक्ष्ण बुद्धि से परिचित कराती है, जो अपने हास्य व चतुर सोच के लिए जाने जाते हैं।
मेजर सोमनाथ शर्मा की कहानी के साथ दूसरी यूनिट में वर्गीज कुरियन की कहानी है। तीसरी यूनिट ‘मिस्ट्री एंड मैजिक’ कहानियों और कविताओं के माध्यम से तर्क, रचनात्मकता और प्राकृतिक दुनिया के चमत्कारों के बारे में बताती (Param Veer Chakra Class 8 textbook)है। चौथी यूनिट ‘इनवायरमेंट’ में रस्किन बांड, सरोजिनी नायडू और कामाक्षी बालासुब्रमण्यम सहित भारतीय लेखकों की रचनाएं शामिल हैं। पांचवी यूनिट ‘साइंस एंड क्यूरियोसिटी’ महिला भौतिक विज्ञानी बिभा चौधरी जैसी विज्ञानियों के बारे में है।