सीजी भास्कर, 19 जुलाई। नागपुर-झारसुगुड़ा नेचुरल गैस पाइपलाइन (Nagpur-Jharsuguda Gas Pipeline) प्रोजेक्ट अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है।
कुल 692 किलोमीटर की इस पाइपलाइन में से 690 किलोमीटर कार्य पूरा हो चुका है और शेष दो किलोमीटर के पूरा होते ही छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों में पाइप के माध्यम से घरेलू गैस की आपूर्ति शुरू हो सकेगी।
इससे रायपुर, भिलाई, कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और राजनांदगांव जैसे शहरों को सीधा लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार के समक्ष इस प्रोजेक्ट को शीघ्र पूरा करने की जोरदार मांग रखी गई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पूरी की अध्यक्षता में हुई भारत मंडपम, नई दिल्ली में राज्यों के उद्योग मंत्रियों के साथ ऊर्जा वार्ता बैठक में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व वाणिज्य उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने किया।
बैठक में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम सेक्टर में भविष्य की संभावनाओं, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने के कार्य को शीघ्र पूरा कराने का आग्रह किया।
आपको बता दें कि नागपुर से झारसुगुड़ा नेचुरल गैस पाइप लाइन (Nagpur-Jharsuguda Gas Pipeline) की लंबाई 692 किलोमीटर है, जिसमें 690 किलोमीटर पाईप लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है।
शेष दो किलोमीटर पाइप लाईन का कार्य पूर्ण होने से छत्तीसगढ़ के कई बड़े शहरों जैसे- रायपुर, भिलाई-दुर्ग, कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और राजनांदगांव में सिटी गैस नेटवर्क की स्थापना से उपभोक्ताओं को आसानी होगी।
घर-घर तक गैस की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। इसी तरह विशाखापट्टनम से रायपुर पाइपलाइन प्रोजेक्ट, जो हाल ही में शुरू हुआ है। इस प्रोजेक्ट के तहत 540 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने के बाद गैस की आपूर्ति और भी सुगम तरीके से हो सकेगी।
गैस क्रांति के मुहाने पर छत्तीसगढ़ (Nagpur-Jharsuguda Gas Pipeline)
मंत्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि छत्तीसगढ़ में उच्च प्राथमिकता वाले प्रकरणों में बस्तर में सीबीजी प्लांट और एलएनजी प्लांट की स्थापना के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
वर्ष 2022-23 में सीबीजी प्लांट की स्थापना के लिए 15-20 एकड़ जमीन की मांग क्रेडा द्वारा की गई थी, भूमि आबंटन प्रक्रियाधीन है। इसी तरह जगदलपुर से नगरनार रोड में एलएनजी स्टेशन की स्थापना के लिए बस्तर कलेक्टर द्वारा वर्ष 2022-23 में ढाई एकड़ जमीन आबंटित की जा चुकी है। यहां एलएनजी संयंत्र जल्द स्थापित होगा।