उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ज़िले से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहाँ एक 15 साल की किशोरी की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई। वजह? एक सेल्फी।
रेवतीपुर ब्लॉक के नकदीलपुर गांव में खुशबू चौधरी नाम की छात्रा अपने दोस्तों के साथ बाढ़ के पानी में नहा रही थी। इसी दौरान उसने अपने मोबाइल से एक सेल्फी लेने की कोशिश की — लेकिन नज़ारा यादगार बनने से पहले ही भयावह हो गया। उसका पैर फिसला और वो सीधे गहरे पानी में समा गई।
सेल्फी, बाढ़ और एक पल की चूक
गांव में मौजूद बकसू बाबा मंदिर के आसपास बाढ़ का पानी जम गया है, जिसे बच्चे ‘स्विमिंग पूल’ समझकर नहा रहे थे। वहीं खुशबू भी अपनी सहेलियों के साथ स्नान कर रही थी। अचानक उसने बाढ़ के दृश्य को कैमरे में कैद करना चाहा। मगर जैसे ही कैमरे के लिए मुस्कान दी, उसके पांव ने साथ छोड़ दिया।
कुछ ही सेकंड में खुशबू की चीखों की जगह सन्नाटा छा गया। साथी लड़कियों ने शोर मचाया तो गांववाले दौड़े आए और काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
अस्पताल ले जाने पर नहीं बची जान
खुशबू को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फिर परिजनों को सौंप दिया गया।
खुशबू का सपना अधूरा रह गया
कक्षा 9 की छात्रा खुशबू अपने तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी। उसके पिता अशोक चौधरी बाहर रहकर काम करते हैं और मां फूला देवी घटना के समय गांव की महिलाओं के साथ पूजा करने गई थीं। खुशबू की मौत से परिवार और गांव दोनों गमगीन हैं।
बाढ़ और सोशल मीडिया का खतरनाक मेल
गाजीपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्से इन दिनों गंगा के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हैं। रेवतीपुर ब्लॉक के कई गांवों की सड़कें, खेत और मंदिर जलमग्न हैं। सरकार और प्रशासन की चेतावनियों के बावजूद लोग बाढ़ क्षेत्र में घूमने और नहाने से बाज नहीं आ रहे — और कई बार यह लापरवाही जान पर भारी पड़ जाती है।