सीजी भास्कर 27 जुलाई
इंदौर के युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या की खबर ने देश को झकझोर दिया था। अब, उसी दर्दनाक स्थल पर, जहां उनकी पत्नी और उसके प्रेमी ने उनकी जान ली थी, राजा के परिवार ने आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना की।
कहां हुई पूजा और क्यों?
गुरुवार को राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी, परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) स्थित वेइसाडोंग वाटरफॉल के पास पहुंचे। यहीं 23 मई को राजा की हत्या की गई थी। एक निर्जन पार्किंग स्थल पर हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार राजा की आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा की गई।
विपिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“कोई भी परिवार यह नहीं चाहता कि वह उस जगह जाए जहां उसके अपने ने अंतिम सांस ली हो। लेकिन हमारे लिए ये बहुत जरूरी था। हम राजा की आत्मा को शांति देना चाहते थे।”
क्या हुआ था 23 मई को?
23 मई को राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ मेघालय आए थे। बताया गया कि यह उनका “हनीमून” ट्रिप था। लेकिन इसके पीछे की सच्चाई और भी भयानक थी। 10 दिन बाद, पुलिस को एक 30 फीट गहरी खाई से उनका शव बरामद हुआ। शरीर पर चाकुओं के कई घाव थे – यह स्पष्ट था कि हत्या बेहद निर्ममता से की गई।
हत्या का मास्टरमाइंड: पत्नी ही निकली दोषी
मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया कि राजा की पत्नी सोनम का इंदौर के युवक राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था। सोनम ने राज और तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी।
राजा को एक सुनसान पर्यटन स्थल पर ले जाकर दो चाकुओं से बारी-बारी से हमला किया गया। हत्या के बाद हत्यारे वहां से भाग निकले। एक चाकू बाद में जंगल से बरामद किया गया।
क्या हुआ आरोपियों के साथ?
हत्या के बाद सोनम घटनास्थल से फरार हो गई थी, लेकिन कुछ ही समय बाद उसने उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
वर्तमान में, सोनम, राज और अन्य तीन आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
राजा के भाई विपिन का कहना है,
“हम सिर्फ एक ही मांग करते हैं – शीघ्र न्याय। जिन्होंने राजा को मारा, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। ये सिर्फ एक हत्या नहीं थी, ये विश्वासघात था।”