रायपुर
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और मतांतरण से जुड़े मामलों ने बीते चार वर्षों में गंभीर रूप ले लिया है। राज्य में हिंदू और ईसाई समुदाय के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ताजा मामला दुर्ग रेलवे स्टेशन का है, जहां 25 जुलाई को दो मिशनरी सिस्टर्स की गिरफ्तारी के बाद मामला संसद से लेकर सोशल मीडिया तक छाया हुआ है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 से अब तक राज्य में कुल 102 बार धर्मांतरण से जुड़ी घटनाएं सामने आईं, जिनमें से 44 मामलों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। चिंता की बात यह है कि इनमें से 23 केस सिर्फ पिछले एक साल में दर्ज हुए हैं।
सबसे अधिक विवाद कोरबा, बलरामपुर, दुर्ग, बिलासपुर और महासमुंद जिलों में सामने आए हैं। ये इलाके अब धर्मांतरण विवादों के हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं।
ताजा और प्रमुख मामले – पूरी जानकारी
केस-1: दुर्ग रेलवे स्टेशन पर मिशनरी सिस्टर्स की गिरफ्तारी
दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो नन और एक युवक के खिलाफ बवाल उस वक्त खड़ा हुआ, जब उन पर तीन आदिवासी युवतियों को आगरा ले जाकर बेचने की कोशिश का आरोप लगा। हिंदू संगठनों ने इसे धर्मांतरण और मानव तस्करी का मामला बताया। मामला गरमाया तो विरोध की आग संसद तक पहुंची।
केस-2: रायपुर की चंगाई सभा में देवी-देवताओं का अपमान
तारीख: 31 जनवरी 2025
पंडरी स्थित मितान विहार में आयोजित चंगाई सभा में पादरी द्वारा हिंदू देवी-देवताओं की तुलना यीशु से किए जाने पर विवाद हुआ। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि सभा में 4 हिंदू परिवारों का धर्मांतरण करवाया गया। इस मामले में पादरी कीर्ति केशरवानी सहित 3 लोगों पर FIR दर्ज की गई।
केस-3: बिलासपुर में हीलिंग मीटिंग के नाम पर मतांतरण
तारीख: 28 जुलाई 2025
बिलासपुर के बंदवापारा क्षेत्र के प्रीति भवन में दो महिलाओं द्वारा आयोजित प्रार्थना सभा पर विवाद हुआ। हिंदू संगठन ने आरोप लगाया कि ईसाई धर्म प्रचार के लिए सभा का आयोजन किया गया था। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों महिलाओं को हिरासत में लिया।
केस-4: रायपुर में अस्थायी चर्च का घेराव
तारीख: 27 जुलाई 2025
WRS कॉलोनी में रेलवे की जमीन पर बने अस्थायी चर्च में प्रार्थना सभा को लेकर विवाद हो गया। बजरंग दल समेत अन्य संगठनों ने आरोप लगाया कि यहां धर्मांतरण किया जा रहा है। पुलिस और रेलवे विभाग की टीम ने हस्तक्षेप कर भवन को अस्थायी रूप से बंद करने के निर्देश दिए।
राज्य में धर्मांतरण की स्थिति – एक नजर में
संवेदनशील जिले: कोरबा, बलरामपुर, दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद
कुल घटनाएं (2021-2025): 102
FIR दर्ज: 44
पिछले 1 साल में दर्ज FIR: 23