छत्तीसगढ़ की शिक्षाधानी भिलाई एक बार फिर ज्ञान और संस्कृति का संगम बना, जब सेक्टर-7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए भव्य दीक्षारंभ समारोह का आयोजन किया गया।
“केवल डिग्री नहीं, दीक्षा भी ज़रूरी है” – स्वामी अव्ययात्मानन्द
मुख्य अतिथि रामकृष्ण मिशन विवेकानंद आश्रम रायपुर के सचिव स्वामी अव्ययात्मानन्द महाराज ने छात्रों को आत्मचिंतन और सेवा भावना की राह पर चलने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा –
“डिग्री तो सभी लेते हैं, लेकिन दीक्षित वही होता है जो अपने ज्ञान से समाज को दिशा देता है।”
उन्होंने युवाओं को अपने आत्मबल पर भरोसा रखने और दूसरों के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी। श्लोकों और ऐतिहासिक उदाहरणों से उन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
“आपके कंधों पर है नए भारत की नींव” – कुलपति डॉ. संजय तिवारी
विशिष्ट अतिथि डॉ. संजय तिवारी (कुलपति – शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग) ने युवाओं को बताया कि भारत दुनिया की सबसे युवा आबादी वाला देश है।

“जिस देश में युवा शक्ति इतनी विशाल है, वहाँ से दुनिया बदलने वाले नेतृत्व की शुरुआत होनी चाहिए।”
उन्होंने नई शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से कहा कि वे सिर्फ करियर नहीं, देश का भविष्य गढ़ने का सपना लेकर पढ़ाई करें।
प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा ने दिलाई महाविद्यालय की गौरवशाली विरासत की याद
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा ने कल्याण महाविद्यालय की लंबी यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस संस्थान से निकले कई छात्र आज देश-विदेश में सफलता की मिसाल बने हुए हैं।

“कल्याण कॉलेज में शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों की दीक्षा भी दी जाती है।”
मंच पर मौजूद रहे ये प्रमुख चेहरे
- डॉ. अनुराग पांडे (अंग्रेज़ी विभाग अध्यक्ष) – मंच संचालन
- डॉ. मणि मेखला शुक्ला (राजनीति विज्ञान विभाग अध्यक्ष) – आभार प्रदर्शन
- अनील साहू – उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कल्याण समिति
- डॉ. सलीम अकील – वाणिज्य विभाग
- डॉ. गुणवंत चंद्रौल – विज्ञान विभाग
- डॉ. सुधीर शर्मा – हिंदी विभाग
- डॉ. के.एन. दिनेश – समाजशास्त्र विभाग
- एवं महाविद्यालय के कई वरिष्ठ प्राध्यापक, शोधार्थी व छात्रगण
दीक्षारंभ से शुरू हुई नई यात्रा
कार्यक्रम प्रातः 11:50 बजे कॉलेज सभागार में शुरू हुआ और एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक संगम बन गया। सैकड़ों नवप्रवेशित विद्यार्थियों ने इस प्रेरणादायी कार्यक्रम में भाग लेकर अपने कॉलेज जीवन की शुरुआत दीक्षा के साथ की।