सीजी भास्कर, 11 अगस्त |
रायपुर: छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। 13 अगस्त से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया लो-प्रेशर सिस्टम राज्य में बारिश की रफ्तार तेज करेगा। पिछले एक हफ्ते से धीमी पड़ी मानसूनी गतिविधियां अब दोबारा सक्रिय होंगी, जिससे उमस और गर्मी से राहत मिलेगी।
आज सरगुजा-बस्तर में गरज-चमक के साथ बरसात
सोमवार को सरगुजा और बस्तर संभाग के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। 1 जून से 10 अगस्त तक प्रदेश में 673 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो औसत से 4% कम है।
तापमान में उछाल से बढ़ी उमस
बीते कुछ दिनों से बारिश कम होने के कारण दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। रविवार को दुर्ग में अधिकतम तापमान 34.6°C और पेण्ड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 21.6°C दर्ज किया गया। वहीं, कोंटा में 60 मिमी, छोटेडोंगर में 50 मिमी, सुकमा और सोनहत में 40 मिमी बारिश हुई।
बंगाल की खाड़ी का असर
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 13 अगस्त के आसपास उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह सिस्टम छत्तीसगढ़ में बारिश की तीव्रता बढ़ाएगा, जिससे एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
कहां कितनी बारिश हुई अब तक?
- सबसे ज्यादा: बलरामपुर – 1101.6 मिमी
- सबसे कम: बेमेतरा – 331.4 मिमी
- जून से जुलाई के बीच कुल बारिश: 623.1 मिमी (अनुमान से 12% अधिक)
- जुलाई में बारिश का रिकॉर्ड: 453.5 मिमी (10 साल में सिर्फ 3 बार 400 मिमी से ज्यादा)
पिछले साल से तुलना
2023 में जुलाई में 566.8 मिमी बारिश हुई थी, जबकि 2016 में 463.3 मिमी। इस साल भी जुलाई का आंकड़ा सामान्य से काफी ऊपर रहा है, लेकिन अगस्त की शुरुआत में बारिश की रफ्तार धीमी पड़ गई थी, जो अब फिर तेज होगी।