सीजी भास्कर 11 अगस्त
आगरा — यूपी के कासगंज जेल में बंद एक 22 वर्षीय साइबर अपराधी ने पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाबी हासिल की। पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद उसे इलाज के लिए आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। देर रात वार्डन के सो जाने का फायदा उठाकर वह हथकड़ी खोलकर फरार हो गया।
कैसे हुआ फरार?
मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी संकेत यादव को साइबर क्राइम के मामले में गिरफ्तार कर कासगंज जेल भेजा गया था। शुक्रवार को उसकी तबीयत बिगड़ने पर वार्डन अजीत पांडे और जयंत कुमार उसे इलाज के लिए आगरा लाए और मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया।
शनिवार तड़के करीब 3 बजे, जब दोनों वार्डन नींद में थे, संकेत ने हथकड़ी से हाथ निकालकर अस्पताल से भागने में सफलता पा ली।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
वार्डन के जागने पर पूरे अस्पताल में तलाशी ली गई, लेकिन संकेत का कोई पता नहीं चला। इसके बाद आगरा पुलिस को सूचित किया गया। डीसीपी सिटी सोनम कुमार के अनुसार, फरार कैदी की तलाश के लिए अस्पताल और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
एक फुटेज में संकेत दिखाई दिया है, और आशंका है कि वह जबलपुर की ओर भागा होगा।
वार्डन पर भी कार्रवाई
कासगंज जेल के डिप्टी जेलर उमेश चंद शर्मा की शिकायत पर दोनों वार्डनों और कैदी संकेत यादव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि अभी तक वार्डनों को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन लापरवाही के चलते उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है।