सीजी भास्कर, 12 अगस्त | छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की मतदाता सूची पर पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोसाबाड़ी वार्ड नंबर 36 के डिंगापुर मतदान केंद्र (910 मतदाता) की सूची में चार पूर्व कलेक्टरों के नाम अब भी दर्ज हैं, जबकि उनका तबादला वर्षों पहले हो चुका है।
किन अधिकारियों के नाम पाए गए?
अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, आवास क्रमांक C-2 के पते पर दर्ज ये नाम शामिल हैं:
- रानू साहू – तबादला 01 जुलाई 2022
- मोहम्मद कैसर अब्दुल हक – तबादला 06 फरवरी 2019
- किरण कौशल – तबादला 07 जून 2021
- सौरभ कुमार – तबादला 04 जनवरी 2024
इसके अलावा, पूर्व डिप्टी कलेक्टर रुचि शार्दुल, अपर कलेक्टर प्रियंका महोबिया, और कोषालय अधिकारी गौरीशंकर जागृति के नाम भी सूची में मौजूद हैं, जबकि उनका पदस्थापन या सेवानिवृत्ति हो चुकी है।
सरकारी आवास पर दर्ज नाम
गौरतलब है कि इस आवास में वर्तमान कलेक्टर अजीत बसंत रहते हैं, जिन्होंने ही हाल ही में नगरीय निकाय चुनाव में जिला निर्वाचन अधिकारी की भूमिका निभाई।
अग्रवाल ने सवाल उठाया कि जब वे अपने आवास पर दर्ज गलत नाम नहीं हटा सके, तो पूरे जिले की मतदाता सूची को सही कैसे माना जा सकता है?
अन्य गड़बड़ियां
- सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर बी.एस. मरकाम और जिला खाद्य अधिकारी एच. मसीह के नाम अभी भी सूची में हैं।
- रौनक ठाकुर और रोशनी ठाकुर सहित कई परिवार जो 5 साल पहले कोरबा छोड़ चुके हैं, उनका नाम अब भी दर्ज है।
- संभावना जताई गई कि कुछ नाम अन्य जिलों की सूची में भी दोहराए गए हो सकते हैं।
- कई दिवंगत व्यक्तियों के नाम भी हटाए नहीं गए हैं।
लोकतंत्र पर सवाल
अग्रवाल ने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र और चुनाव की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
उन्होंने राज्य और भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पूरे जिले की मतदाता सूची की निष्पक्ष जांच की मांग की है।