जलगांव (महाराष्ट्र)।
महाराष्ट्र के जलगांव जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। 21 वर्षीय सुलेमान रहीम खान पठान को भीड़ ने इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैफे से शुरू हुआ हमला
पुलिस के अनुसार, सोमवार दोपहर सुलेमान अपने गांव छोटा बेतवाड़ से जामनेर गया था। पुलिस भर्ती का ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद वह 17 वर्षीय महिला मित्र से मिलने एक कैफे पहुंचा। तभी 8-10 लोग वहां आ धमके, उसका मोबाइल छीन लिया और एक फोटो देखने के बाद हमला शुरू कर दिया।
गांव में घुमा-घुमाकर पीटा
हमलावर सुलेमान को कैफे से खींचकर उसके गांव ले गए। रास्ते भर और गांव में भी उसे लात-घूंसे और डंडों से पीटा गया। घटना के वक्त सुलेमान के माता-पिता और बहन ने बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उन्हें भी मारापीटा।
बेहोश कर घर के बाहर फेंका
हमले के दौरान सुलेमान बेहोश हो गया। आरोपियों ने उसे मरा हुआ समझकर घर के बाहर छोड़ दिया। परिवार और गांव वालों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पिता का बयान – ‘अफेयर की कहानी झूठी’
पिता रहीम खान पठान ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को निशाना बनाकर पीटा गया। उन्होंने कहा, “सुलेमान मेरा इकलौता बेटा था, पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। अफेयर की कहानी पूरी तरह से झूठी है।”
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें अभिषेक राजकुमार राजपूत (22), घनश्याम उर्फ सूरज बिहारी लाल शर्मा (25), दीपक बाजीराव (20), रंजत उर्फ रणजीत रामकृष्ण मटाडे (48) समेत अन्य शामिल हैं।
चार आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश कर 18 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है, जबकि बाकी चार को बुधवार को पकड़ा गया।