सीजी भास्कर, 14 अगस्त : रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भरारी में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब (Missing Student Found Dead) 15 दिनों से लापता 13 वर्षीय चिन्मय सूर्यवंशी का शव गांव के ही सरकारी स्कूल के बंद कमरे में क्षत-विक्षत हालत में मिला। फोरेंसिक जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शुक्रवार को पीएम कराया जाएगा। इस मामले में पुलिस ने करीब आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
रतनपुर थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान ने बताया कि ग्राम भरारी निवासी संजय सूर्यवंशी और प्रमिला सूर्यवंशी का बेटा चिन्मय रतनपुर के स्कूल में पढ़ता था। 31 जुलाई की शाम करीब 4:30 बजे वह घर से निकला, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। स्वजन ने पहले गांव और परिचितों के घरों में खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। नाबालिग के लापता होने पर पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए अपहरण का मामला दर्ज किया।
चिन्मय अपने पिता का मोबाइल लेकर घर से निकला था। पुलिस ने फोन की लोकेशन ट्रेस की, जो अंतिम बार सेमरताल में मिली। इसके बाद आसपास के गांवों में बालक और संदिग्धों की खोज तेज कर दी गई। इसी दौरान गुरुवार को गांव के पुराने स्कूल भवन के एक कमरे से बदबू आने पर ग्रामीणों ने दरवाजा खोला, जहां चिन्मय का शव पड़ा मिला।
अपहरण की आशंका में थे परिजन
पहले दिन से ही परिवार को आशंका थी कि बच्चे का अपहरण हुआ है। वे लगातार रतनपुर थाना और बिलासपुर एसएसपी कार्यालय चक्कर लगा रहे थे। पुलिस भी मोबाइल लोकेशन के आधार पर आसपास पूछताछ कर रही थी। आरपीएफ और जीआरपी से भी मदद ली गई, लेकिन सुराग नहीं मिला। करीब छह दिन बाद परिजनों ने बच्चे का पता बताने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। सोशल मीडिया, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर पोस्टर लगाकर खोजबीन जारी थी।
बदबू से हुआ खुलासा
गुरुवार सुबह कुछ ग्रामीणों को पुराने स्कूल से तेज दुर्गंध महसूस हुई। शक होने पर दरवाजा खोलने की कोशिश की गई। जैसे ही दरवाजा खुला, (Missing Student Found Dead) चिन्मय का शव दिखाई दिया, जो गल चुका था। अंदेशा है कि 31 जुलाई को ही उसकी हत्या कर शव को यहां छिपाया गया था। हत्यारों को पता था कि स्कूल नए भवन में शिफ्ट हो चुका है, इसलिए पुराने कमरे को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया।
फोरेंसिक जांच और संदिग्ध हिरासत में
घटना की सूचना पर रतनपुर थाना प्रभारी, एएसपी अर्चना झा और कोटा एसडीओपी नुपूर उपाध्याय मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने जांच की। पुलिस ने करीब आधा दर्जन संदिग्धों को पकड़ा है। इनमें एक आरोपी पहले भी मारपीट और लेनदेन विवाद में जेल जा चुका है। बताया जाता है कि हत्या के बाद उसने बालक का मोबाइल रख लिया था और बेचने की कोशिश कर रहा था। मोबाइल चालू करने पर लोकेशन सेमरताल में मिली थी।
गांव में मातम
लापता बेटे को खोजने के लिए परिजन दिन-रात प्रयास कर रहे थे। शव मिलने की खबर के बाद मां प्रमिला की तबीयत बिगड़ गई, जबकि पिता संजय भी गहरे सदमे में हैं। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण स्कूल के पास जमा हो गए और परिजनों को ढांढस बंधाया।