सीजी भास्कर, 17 अगस्त |
रायपुर। छत्तीसगढ़ कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। इसी कड़ी में उज्बेकिस्तान से छात्रों का प्रतिनिधिमंडल 20 अगस्त को रायपुर पहुंचेगा, जहां वे धान की प्रजातियों, उनके विकास की अवधि और अलग-अलग वातावरण में अनुकूलन की प्रक्रिया का अध्ययन करेंगे।
आईजीकेवी में होगा दौरा और रिसर्च स्टडी
प्रतिनिधिमंडल इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (आईजीकेवी) का दौरा करेगा और धान पर हो रहे रिसर्च व पढ़ाई की प्रक्रिया को करीब से समझेगा। यह यात्रा स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसके तहत पहली बार उज्बेक छात्रों का दल छत्तीसगढ़ आ रहा है।
21 अगस्त को ब्रेन स्टॉर्मिंग और इंट्रैक्शन सेशन
21 अगस्त को आईजीकेवी परिसर में उज्बेक छात्रों और विशेषज्ञों के बीच ब्रेन स्टॉर्मिंग व इंट्रैक्शन सेशन आयोजित किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किया है।
आईजीकेवी और डेनाऊ इंस्टीट्यूट के बीच एमओयू
इस दौरे का आधार आईजीकेवी और उज्बेकिस्तान के डेनाऊ इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप एंड पेडालॉजी (DIEP) के बीच हुआ समझौता है। इस एमओयू पर आईजीकेवी के कुलपति डॉ. गिरिश चंदेल और डीआईईपी के रेक्टर प्रो. ऑटोबेक रोज़िव ने हस्ताक्षर किए।
समझौते के तहत:
- दोनों संस्थानों के छात्र स्नातक, स्नातकोत्तर और शोध कार्यक्रमों में एक-दूसरे के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करेंगे।
- प्रोफेसर और वैज्ञानिक शिक्षा व रिसर्च कार्यों में परस्पर सहयोग करेंगे।
- कृषि, पर्यावरण, जल संरक्षण और विज्ञान से जुड़े विषयों पर संयुक्त रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा।
छत्तीसगढ़ के छात्रों को भी मिलेगा अवसर
इस कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के छात्र भी उज्बेकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, घाना और साउथ अफ्रीका की यात्रा करेंगे। छात्र वहां की शिक्षा प्रणाली, आधुनिक तकनीक और रिसर्च पद्धतियों का अनुभव हासिल करेंगे।
“छात्रहित के लिए ऐतिहासिक पहल” – कुलपति
आईजीकेवी कुलपति डॉ. गिरिश चंदेल ने कहा –
“यह स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में छात्रों और शिक्षकों के लिए एक ऐतिहासिक पहल है। इससे न सिर्फ आधुनिक तकनीकी ज्ञान मिलेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर छत्तीसगढ़ कृषि अनुसंधान को नई दिशा भी मिलेगी।”