सीजी भास्कर, 17 अगस्त। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने अपनी एक्स-गर्लफ्रेंड के पति को मारने के लिए पार्सल बम भेजा।
बम को बेहद चालाकी से होम थिएटर स्पीकर के अंदर फिट किया गया था। जांच में सामने आया कि स्पीकर को जैसे ही बिजली से जोड़ा जाता, जोरदार विस्फोट होता। गंडई पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ऐसे हुआ खुलासा
16 अगस्त को मानपुर निवासी अफसार खान के घर एक पार्सल डिलीवर हुआ। बाहर से वह बिल्कुल नया होम थिएटर स्पीकर लग रहा था। लेकिन, उसे उठाते ही अफसार को शक हुआ, क्योंकि स्पीकर असामान्य रूप से भारी था और उसका पावर पिन टूटा हुआ दिख रहा था।
सावधानी बरतते हुए जब स्पीकर खोला गया तो अंदर से जिलेटिन की छड़ें और डेटोनेटर निकले। अफसार ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सील कर दिया।
2 किलो बारूद से तैयार किया गया था IED
पुलिस जांच में सामने आया कि जैसे ही स्पीकर को बिजली से जोड़ा जाता, करंट डेटोनेटर तक पहुंचकर भयावह धमाका कर देता। स्पीकर के टुकड़े-टुकड़े हो जाते और आसपास मौजूद किसी भी इंसान की जान जा सकती थी।
गहराई से जांच में पता चला कि पीड़ित दंपती ने यह पार्सल कभी ऑर्डर ही नहीं किया था। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर आईटीआई स्टूडेंट विनय वर्मा को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल किया और पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया।
अफेयर और ब्रेकअप से उपजा खूनी षड्यंत्र
मुख्य आरोपी विनय वर्मा का शादी से पहले अफसार खान की पत्नी से प्रेम संबंध था। युवती ने ब्रेकअप कर लिया और बाद में अफसार से शादी कर ली। इसी बात से नाराज विनय ने अपने साथियों के साथ मिलकर अफसार को पार्सल बम से मारने की साजिश रची।
षड्यंत्र में शामिल थे 7 लोग
गिरफ्तार आरोपियों में विनय वर्मा (मास्टरमाइंड), परमेश्वर वर्मा, गोपाल वर्मा, घासीराम वर्मा, दिलीप धिमर, गोपाल खेलवार और खिलेश वर्मा शामिल हैं।
- विनय ने IED तैयार किया।
- परमेश्वर ने बारूद खरीदने के लिए पैसे दिए।
- खिलेश ने इंडिया पोस्ट का फर्जी लोगो और एड्रेस बनाया।
- घासीराम और दिलीप ने बारूद सप्लाई कराया।
- सप्लाई दुर्ग की अवैध पत्थर खदानों से हुई।
पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों से 60 जिलेटिन की छड़ें और 2 डेटोनेटर भी बरामद किए हैं।
पुलिस का बयान
एसपी लक्ष्य शर्मा ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई और बड़ा नेटवर्क तो नहीं।