लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की जेल बदल दी गई है। शनिवार सुबह उन्हें गाजीपुर जेल से कासगंज जेल शिफ्ट किया गया। पुलिस ने इसकी वजह सुरक्षा कारणों को बताया है।
बता दें कि उमर को फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में इस साल 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वे जेल में बंद हैं।
किस मामले में फंसे हैं उमर अंसारी?
उमर अंसारी पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता की जब्त की गई संपत्तियों को छुड़ाने के लिए कोर्ट में नकली दस्तावेज और फर्जी साइन पेश किए। इसी मामले में मोहम्मदाबाद थाने में केस दर्ज हुआ था। पुलिस जांच के बाद उन्हें जेल भेजा गया।
उमर की मां अफशां अंसारी पर भी कई गंभीर केस दर्ज हैं और पुलिस ने उन पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। वे लंबे समय से फरार चल रही हैं और उनके खिलाफ करीब 13 मुकदमे दर्ज बताए जाते हैं।
अब्बास अंसारी पहले से कासगंज जेल में
गौरतलब है कि कासगंज जेल में पहले से ही उमर के बड़े भाई अब्बास अंसारी बंद हैं। अब्बास पर 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप साबित हुआ था।
एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा और 3 हजार रुपये जुर्माना सुनाया था। हालांकि, हाल ही में हाईकोर्ट से उन्हें आंशिक राहत मिली है।
मुख्तार अंसारी की मौत
करीब तीन साल पहले बांदा जेल में हार्ट अटैक के कारण मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी। उस समय परिवार ने इसे साजिश करार दिया था और कई गंभीर आरोप लगाए थे।
हालांकि जेल प्रशासन ने सफाई दी थी कि मौत से तीन घंटे पहले ही उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।