सीजी भास्कर, 3 सितंबर। राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) को सर्वोच्च प्राथमिकता दिए जाने के तहत योजना के लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में मनरेगा आयुक्त तारन प्रकाश सिन्हा (आईएएस) ने आरसेटी रायगढ़ को निर्देशित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में राजमिस्त्री (रूरल मेसन) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य (Rural Youth Employment) बढ़ाना और पीएमएवाई के तहत कुशल कारीगरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
आयुक्त सिन्हा ने हाल ही में आरसेटी रायगढ़ के साथ बैठक कर स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कुशल कारीगरों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएगा, बल्कि आवास निर्माण कार्यों में भी गति लाएगा।
घरघोड़ा एवं खरसिया में शुरू हुआ प्रशिक्षण
आरसेटी रायगढ़ ने जुलाई माह में रायगढ़ जिले के घरघोड़ा और खरसिया ब्लॉकों में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रत्येक बैच में 30 प्रशिक्षुओं को शामिल किया गया और 30 दिनों का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को राजमिस्त्री कार्य की बुनियादी तकनीकों, जैसे कि दीवार निर्माण, प्लास्टरिंग, फ्लोरिंग और सुरक्षा मानकों के बारे में विस्तार से सिखाया गया। इस प्रशिक्षण से (PMAY Skill Training) ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षित राजमिस्त्री अब पीएमएवाई के तहत आवास निर्माण में योगदान दे सकेंगे, जिससे योजना के लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करने में मदद मिलेगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। प्रशिक्षित युवा न केवल सरकारी योजनाओं में काम कर सकते हैं, बल्कि निजी निर्माण कार्यों में भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं। जिले के कई युवाओं ने प्रशिक्षण पूरा करने के बाद स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त किया है। इस पहल से (Skilled Masons) की संख्या बढ़ेगी, जिससे पीएमएवाई के लाभार्थियों को जल्दी घर मिलने की उम्मीद बढ़ेगी और निर्माण कार्यों में गति आएगी।
Rural Youth Employment जिले के अन्य ब्लॉकों में प्रशिक्षण
आरसेटी रायगढ़ ने धरमजयगढ़, पुसौर, लैलूंगा और रायगढ़ विकास खंडों में इसी प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। इन क्षेत्रों में ग्रामीण युवाओं को लक्षित करते हुए बैच शुरू किए जाएंगे, ताकि पूरे जिले में कुशल कारीगरों की संख्या बढ़ सके। मनरेगा आयुक्त सिन्हा ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है और जल्द ही अन्य जिलों में भी ऐसे कार्यक्रम विस्तारित किए जाएंगे। यह पहल न केवल प्रधानमंत्री आवास योजना की सफलता सुनिश्चित करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगी। जिला प्रशासन ने अपील की है कि इच्छुक युवा आरसेटी रायगढ़ से संपर्क करें और इन अवसरों का लाभ उठाएं।