सीजी भास्कर, 05 सितंबर। नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान को और तेज गति देने तथा बारिश के बाद बड़े पैमाने पर (Anti-Naxal Operation) को अंजाम देने के लिए चार राज्यों के पुलिस प्रमुख एक मंच पर आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को आयोजित होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के डीजीपी शामिल होंगे।
बैठक का आयोजन नया रायपुर स्थित मेफेयर रिसॉर्ट में किया जाएगा।
बैठक में केंद्रीय सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, इस रणनीतिक चर्चा का मुख्य एजेंडा आगामी महीनों में सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों की गतिविधियों पर रोक लगाना और उन्हें घेरकर निर्णायक कार्रवाई करना है।
इस दौरान बारिश के मौसम में चलाए गए अभियानों की समीक्षा की जाएगी और आगे की कार्ययोजना तय की जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घोषित लक्ष्य के अनुसार 31 मार्च 2026 तक नक्सलियों का पूर्ण सफाया करने के लिए फोर्स की गतिविधियों को और तीव्र बनाने पर भी विचार होगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसे (Intelligence Based Operation) के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा।
इसके तहत आईबी और राज्य स्तरीय एजेंसियों से प्राप्त खुफिया इनपुट पर ज्यादा भरोसा किया जाएगा।
बैठक में नक्सल प्रभावित (Anti-Naxal Operation) राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान के लिए ठोस प्रणाली बनाने पर भी चर्चा होगी।
यह भी तय किया जाएगा कि किस प्रकार सीमावर्ती जिलों—जैसे छत्तीसगढ़ के बीजापुर, तेलंगाना की सीमा, ओडिशा के जंगल क्षेत्र और मध्यप्रदेश के बालाघाट इलाकों में बढ़ते नक्सली मूवमेंट को काबू किया जाए।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि इस संयुक्त रणनीति से नक्सलियों पर निर्णायक दबाव बनेगा और प्रभावित क्षेत्रों में विकास गतिविधियों को गति मिलेगी।
