सीजी भास्कर, 8 सितंबर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का ऐलान किया है। इसके बाद छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के अफसरों ने नक्सल ऑपरेशन तेज कर दिए हैं। हिड़मा समेत 43 नक्सली मोस्ट वांटेड की लिस्ट में हैं। नक्सलियों के खिलाफ (AI Naxal Operation) तकनीकी का इस्तेमाल कर ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए गए हैं। अफसरों को बॉर्डर पर दोनों ओर से नक्सलियों को घेरकर ढेर करने की रणनीति बनाने को कहा गया है।
नया रायपुर में साढ़े 3 घंटे चली बैठक
नया रायपुर के एक निजी रिसॉर्ट में बीते शुक्रवार को 3.5 घंटे तक हाई-लेवल बैठक हुई। इसमें केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, आईबी चीफ तपन कुमार डेका, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के डीजीपी, साथ ही CRPF, BSF, ITBP, NIA और गृह विभाग के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में यह तय किया गया कि ऑपरेशन पूरी तरह इंटेलिजेंस बेस्ड होगा। आईबी की रिपोर्ट्स के आधार पर फोर्स को मूव किया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि यदि राज्यों के बीच समन्वय और गोपनीय सूचना आदान-प्रदान की प्रणाली मजबूत हो जाए, तो नक्सलियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बचा ही नहीं रहेगा।
जवानों को हाईटेक ट्रेनिंग
सूत्रों के अनुसार, फोर्स और जवानों को (AI Naxal Operation) के लिए तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर अपराध, नार्को-आतंकवाद, सामान्य युद्ध, फील्ड क्राफ्ट, रणनीति, आतंकरोधी उपाय, मानवाधिकार और कानून-व्यवस्था में दक्षता सिखाई जाएगी। साथ ही जवानों को हाईटेक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
मोस्ट वांटेड नक्सल लिस्ट
लाल आतंक को खत्म करने के लिए 43 नक्सलियों को मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के 25, तेलंगाना के 4, आंध्रप्रदेश के 5, कर्नाटक के 2, ओडिशा के 3 और झारखंड के 4 नक्सली लीडर्स शामिल हैं। इनमें मुपल्ला लक्ष्मण राव, मलोजुल्ला, मिशिर बेसरा, माड़वी हिड़मा और थिप्पारी तिरुपति जैसे नाम हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब इन्हें अगले चरण में टारगेट कर रही हैं।