सीजी भास्कर, 09 सितंबर। छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून का असर हर जिले में अलग-अलग दिख रहा है। 1 जून से अब तक प्रदेश में औसतन 967.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार बस्तर जिले में सबसे ज्यादा 1347.1 मि.मी. बारिश हुई है, जबकि सबसे कम 475.1 मि.मी. बारिश बेमेतरा जिले में रिकॉर्ड की गई है। यह असमानता (Chhattisgarh Monsoon Rainfall Report) मानसून के बदलते रुख और कृषि पर उसके गहरे असर को दर्शाती है।
रायपुर संभाग में बारिश का औसत मिला-जुला रहा। रायपुर जिले में 830.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 705.3 मि.मी., गरियाबंद में 840.4 मि.मी., महासमुंद में 706.7 मि.मी. और धमतरी में 868.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
बिलासपुर संभाग में मानसून ने कहीं रौद्र रूप दिखाया तो कहीं सामान्य बरसात हुई। बिलासपुर में 990.6 मि.मी., मुंगेली में 969.4 मि.मी., रायगढ़ में 1183.7 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 816.6 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1157.9 मि.मी., सक्ती में 1054.4 मि.मी., कोरबा में 1005.0 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 915.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। यह आंकड़े (Chhattisgarh Monsoon Rainfall Report) इस बात की ओर इशारा करते हैं कि प्रदेश के हर हिस्से में पानी की स्थिति समान नहीं है।
दुर्ग संभाग में दुर्ग में 759.5 मि.मी., कबीरधाम में 694.1 मि.मी., राजनांदगांव में 834.8 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1189.1 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 694.0 मि.मी. और बालोद में 1030.8 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
सरगुजा संभाग में बारिश का असर भी कम दिलचस्प नहीं रहा। सरगुजा में 691.9 मि.मी., सूरजपुर में 1013.7 मि.मी., बलरामपुर में 1343.6 मि.मी., जशपुर में 939.6 मि.मी., कोरिया में 1091.8 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 967.6 मि.मी. बारिश दर्ज की गई है।
बस्तर संभाग इस बार बारिश में सबसे आगे रहा। कोंडागांव में 905.5 मि.मी., कांकेर में 1095.4 मि.मी., नारायणपुर में 1163.7 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1306.0 मि.मी., सुकमा में 1030.9 मि.मी. और बीजापुर में 1305.0 मि.मी. वर्षा रिकॉर्ड हुई है। यहां के आंकड़े (Chhattisgarh Monsoon Rainfall Report) साफ दर्शाते हैं कि बस्तर इलाका मानसून की सबसे बड़ी मार और मेहरबानी दोनों का गवाह बना है।