सीजी भास्कर 10 सितम्बर । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI Notice 35 Lakh Bananas) को उत्तराखंड हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। मामला 12 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं से जुड़ा है, जिसमें सिर्फ केले की खरीद पर 35 लाख रुपये खर्च होने का दावा सामने आया है।
12 करोड़ रुपये के इस्तेमाल पर उठे सवाल
हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी के अनुसार, बीसीसीआई द्वारा उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन को दिए गए 12 करोड़ रुपये के फंड का सही उपयोग नहीं हुआ। ऑडिट रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खर्च दर्ज हैं। खासतौर पर 35 लाख रुपये केले पर खर्च किए जाने का मामला अब केंद्र में है। (BCCI Notice 35 Lakh Bananas) को लेकर अदालत ने बीसीसीआई से जवाब तलब किया है।
केले पर 35 लाख और इवेंट पर 6.4 करोड़
ऑडिट रिपोर्ट बताती है कि खिलाड़ियों को फल देने के नाम पर (Bananas expenditure 35 lakh) का बिल पास हुआ। वहीं इवेंट मैनेजमेंट के लिए 6.4 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके अलावा टूर्नामेंट और ट्रायल पर 26.3 करोड़ रुपये खर्च दर्ज हुए हैं, जो पिछले वित्तीय वर्ष से अधिक है।
19 सितंबर को होगी सुनवाई
हाईकोर्ट ने इस मामले में बीसीसीआई को नोटिस भेजते हुए 19 सितंबर को अगली सुनवाई तय की है। तब तक बोर्ड को जवाब दाखिल करना होगा कि आखिर यह फंडिंग कैसे खर्च हुई और क्या वास्तव में (BCCI Notice 35 Lakh Bananas) में बताए गए आरोप सही हैं।
पुराने विवाद भी आए चर्चा में
यह पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन पर सवाल खड़े हुए हैं। 2022 में भी खिलाड़ियों ने आरोप लगाया था कि उन्हें सिर्फ 100 रुपये प्रतिदिन भत्ता दिया जा रहा है, जो राज्य की न्यूनतम मजदूरी से भी कम था। साथ ही, नियुक्तियों और चयन प्रक्रियाओं में भी धांधली की शिकायतें सामने आई थीं।
खिलाड़ियों का आरोप – मानसिक और शारीरिक शोषण
पिछले वर्षों में कई खिलाड़ियों ने बोर्ड पर मानसिक और शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे। अब (BCCI Notice 35 Lakh Bananas) विवाद ने एक बार फिर उत्तराखंड क्रिकेट प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या होगा आगे?
अगर जांच में आरोप सही साबित होते हैं तो यह भारतीय क्रिकेट प्रशासन के लिए बड़ा झटका साबित होगा। अदालत के निर्देश पर बीसीसीआई और उत्तराखंड एसोसिएशन दोनों को जवाब देना होगा। मामला फिलहाल चर्चा का सबसे गर्म विषय बन चुका है।