सीजी भास्कर, 12 सितंबर। बस्तर का ऐतिहासिक दशहरा पर्व इस बार खास होने जा रहा है। बस्तर सांसद महेश कश्यप ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें बस्तर दशहरा में शामिल होने का न्योता दिया। गृहमंत्री (Amit Shah Bastar Visit) ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि वे मुरिया दरबार की रस्म में शामिल होने बस्तर आएंगे।
618 साल से निरंतर परंपरा
बस्तर दशहरा को 618 साल से निरंतर मनाया जा रहा है। इसकी विशेषता यह है कि यहां रावण दहन नहीं होता, बल्कि मां दंतेश्वरी की आराधना, रथ परिक्रमा, तांत्रिक अनुष्ठान और जनभागीदारी से जुड़ी परंपराएं निभाई जाती हैं।
यही वजह है कि यह पर्व न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखता है। लगभग 75 दिनों तक चलने वाला यह आयोजन भारत (Amit Shah Bastar Visit) का सबसे लंबा धार्मिक-सांस्कृतिक पर्व माना जाता है।
छत्तीसगढ़ के नेताओं को भी मिला न्योता
दशहरा समिति ने प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं को भी न्योता भेजा है। इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद अरुण साव, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद कमलेश जांगड़े, विधायक अमर अग्रवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय और भाजपा प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा शामिल हैं।
आदिवासी संस्कृति का प्रतीक
सांसद महेश कश्यप ने कहा कि बस्तर दशहरा केवल धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह आदिवासी समाज (Amit Shah Bastar Visit) की आस्था, परंपराओं और सामाजिक एकता का जीवंत प्रतीक है।
यह आयोजन बस्तर की आत्मा को व्यक्त करता है और पूरे देश को आदिवासी संस्कृति से रूबरू कराता है।
उन्होंने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह का आगमन न केवल बस्तर की जनता के लिए गर्व का क्षण होगा, बल्कि इससे इस पर्व की राष्ट्रीय पहचान भी और मजबूत होगी।