सीजी भास्कर, 14 सितंबर। जिलेभर में अचानक एक सूचना (SIS Recruitment 2025) ने रातोंरात हलचल मचा दी। मोबाइल और सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल गई कि आने वाले दिनों में सैकड़ों युवाओं की किस्मत बदलने वाली है। गांव-गांव में कानाफूसी होने लगी, लोग अपने बच्चों को तैयार करने में जुट गए। मगर यह सब कोई आम आयोजन नहीं था, बल्कि बेरोजगार युवाओं के लिए ऐसा मौका था, जो सालों बाद आया। शुरुआत में यह सूचना रहस्यमयी लग रही थी—भर्ती कहां होगी, किसके जरिए होगी, और कितने युवाओं को रोजगार मिलेगा, यह किसी को साफ नहीं पता था।
युवाओं के बीच बेचैनी बढ़ रही थी। कइयों ने अंदाजा लगाया कि कोई निजी कंपनी हो सकती है, तो कुछ ने सरकारी भर्ती का सपना देखना शुरू कर दिया। जब तक आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई, तब तक स्थिति सस्पेंस से भरी रही। आखिरकार यह खुलासा हुआ कि मामला रोजगार से जुड़ा है और इसमें सुरक्षा सेवाओं से जुड़ी बड़ी कंपनी युवाओं को मौका देने जा रही है।

जशपुर जिले के सभी थाना परिसरों में 13 से 26 सितम्बर तक भर्ती (SIS Recruitment 2025) शिविर आयोजित किया जाएगा। इस दौरान कांसाबेल, फरसाबहार, पत्थलगांव, बगीचा, तपकरा, बागबहार, तुमला, कुनकुरी, नारायणपुर, दुलदुला, आस्था, सन्ना, जशपुर थाना परिसर और एसआईएस प्रशिक्षण केंद्र जशपुर में चयन प्रक्रिया चलेगी। एसआईएस लिमिटेड द्वारा 400 सुरक्षा जवान और 100 कैश सर्विस उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। यह भर्ती कार्यक्रम धरमजयगढ़ और बगीचा जैसे आदिवासी अंचल तक फैला हुआ है, जिससे बड़ी संख्या में ग्रामीण युवा भी इसका हिस्सा बन पाएंगे।
भर्ती के बाद चयनित उम्मीदवारों को जशपुर के डोडकाचौरा स्थित लाइवलीहुड कॉलेज में एक महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यहां शारीरिक प्रशिक्षण, औद्योगिक सुरक्षा, प्राथमिक उपचार, फायर फाइटिंग, बैंक सुरक्षा, कंप्यूटर और सरकारी दफ्तरों की सुरक्षा तक का पाठ्यक्रम शामिल होगा। प्रशिक्षण के उपरांत युवाओं को न केवल नियुक्ति पत्र मिलेगा, बल्कि देश के बड़े स्थलों—लाल किला, कुतुब मीनार, फतेहपुर सीकरी, खजुराहो, मॉल्स, एयरपोर्ट, स्टेट बैंक और टाटा-बिरला जैसे कॉर्पोरेट हाउस में नौकरी का अवसर भी दिया जाएगा।
कमांडेंट कुमार शिवेंद्र ने बताया कि भर्ती (SIS Recruitment 2025) के लिए उम्मीदवार शारीरिक रूप से स्वस्थ हों, 19 से 40 वर्ष आयु के बीच हों और न्यूनतम योग्यता 10वीं पास या फेल तक हो। लंबाई 168 सेमी और वजन 56 से 98 किलो अनिवार्य रखा गया है। प्रशिक्षण के बाद युवाओं को न केवल नौकरी बल्कि सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं भी मिलेंगी। इनमें पीएफ, पेंशन, बोनस, ईएसआई, ग्रुप इंश्योरेंस, आवास, मेस सुविधा, प्रमोशन और यात्रा भत्ता शामिल हैं। दो बच्चों को आईपीएस देहरादून में शिक्षा दिलाने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
भर्ती अधिकारियों का कहना है कि एसआईएस लिमिटेड देशभर में सुरक्षा सेवाओं का विस्तार कर रहा है। ऐसे में जशपुर जिले के युवाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर उन्हें स्थायी रोजगार उपलब्ध कराना है, ताकि क्षेत्र से बेरोजगारी का बोझ कम हो और नई पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य मिल सके।