सीजी भास्कर, 24 सितंबर। नगर निगम जोन-8 ने 164 भवन स्वामियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। नियमों का पालन न करने पर उनकी जमा एफडीआर और ब्याज समेत कुल 46,13,022 की राशि राजसात कर ली गई है। (Rainwater Harvesting)
क्यों हुई कार्रवाई?
नगर निवेश विभाग के मुताबिक, एक अप्रैल 2017 से 31 मार्च 2022 के बीच जिन भवन मालिकों (Rainwater Harvesting) ने अपने परिसरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया और न ही एफडीआर मुक्त करने के लिए आवेदन किया, उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
राशि का उपयोग कहां होगा?
अधिकारियों ने बताया कि अब राजसात की गई राशि से संबंधित भवनों और संस्थानों में ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (Rainwater Harvesting) स्थापित कराए जाएंगे। इसका मकसद सिर्फ राशि राजसात करना नहीं बल्कि जल संरक्षण और शहरी पर्यावरण सुरक्षा को मजबूत करना है।
जिम्मेदार अधिकारी
यह निर्णय नगर निगम आयुक्त विश्वदीप के निर्देश पर लिया गया। कार्रवाई की निगरानी जोन कमिश्नर राजेश्वरी पटेल ने की। अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया के दौरान नियमों का पूरी तरह पालन किया गया।
बाकी भवन स्वामियों के लिए संदेश
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि यह कदम अन्य भवन स्वामियों के लिए भी चेतावनी है। यदि वे समय पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित नहीं करते और दस्तावेज जमा नहीं कराते, तो उनकी एफडीआर (Rainwater Harvesting) राशि भी राजसात की जा सकती है। (Rainwater Harvesting)
निगम की अपील
नगर निगम ने लोगों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और अपने भवनों में समय रहते रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएं। इससे न केवल वित्तीय कार्रवाई से बचा जा सकेगा बल्कि जल संचयन और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी।