सीजी भास्कर, 25 सितंबर। छत्तीसगढ़ के 1 लाख 93 हजार 67 सदस्यों के नाम राशनकार्ड से निरस्त कर दिए गए हैं। इसमें रायपुर जिले के 19 हजार 574 सदस्य शामिल हैं। भौतिक सत्यापन के दौरान सामने आया कि इनमें से कई सदस्यों की मृत्यु हो चुकी है और कई प्रदेश छोड़कर जा चुके हैं। दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से उचित मूल्य राशन दुकानों (Chhattisgarh Ration Card Update) के कार्डधारकों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य किया गया था।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, ई-केवाईसी नहीं कराने वाले 46 लाख से अधिक सदस्य संदिग्ध सूची में थे। इसके बावजूद इन सदस्यों के नाम पर हर महीने दुकानों से खाद्यान्न उठाया जा रहा था। इसके बाद खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग (Chhattisgarh Ration Card Update) ने भौतिक सत्यापन कराया। जांच के बाद पता चला कि बड़ी संख्या में सदस्य वास्तव में पात्र नहीं हैं। इसी प्रक्रिया के तहत यह खुलासा (Ration Card Verification in Chhattisgarh) हुआ।
प्रदेश में ढाई करोड़ से ज्यादा सदस्य
प्रदेश में अब तक लगभग 82 लाख 63 हजार 666 राशनकार्ड ((Chhattisgarh Ration Card Update)) जारी किए गए हैं। इन कार्डों में पंजीकृत सदस्यों की संख्या 2 करोड़ 73 लाख 61 हजार 287 है। रायपुर जिले में 6 लाख 45 हजार 628 कार्ड जारी किए गए हैं, जिनमें 22 लाख 31 हजार से अधिक सदस्य दर्ज हैं।
इस तरह हुआ खुलासा
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना (One Nation One Ration Card Scheme) के तहत केंद्र सरकार ने सभी राशनकार्ड सदस्यों की ई-केवाईसी को अनिवार्य किया था। इसका उद्देश्य उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता (Chhattisgarh Ration Card Update) लाना और फर्जीवाड़ा रोकना था, ताकि पात्र हितग्राहियों को ही खाद्यान्न मिले। इसी नियम से उन लाखों सदस्यों का खुलासा हुआ, जो बिना ई-केवाईसी कराए राशन उठा रहे थे। इस कार्रवाई के बाद विभाग ने साफ किया है कि जिन सदस्यों की ई-केवाईसी नहीं हुई है, वे भविष्य में खाद्यान्न वितरण से वंचित रह सकते हैं। इसलिए सभी पात्र हितग्राहियों को जल्द से जल्द केवाईसी कराना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया (Ration Card KYC Process) पूरी तरह ऑनलाइन भी की जा सकती है।
जिलावार आंकड़े
रायपुर – 19,574
बिलासपुर – 17,067
दुर्ग – 15,711
कोरबा – 10,221
जशपुर – 9,681
सरगुजा – 8,859
महासमुंद – 8,437
बलौदाबाजार – 8,335
सक्ति – 7,669
राजनांदगांव – 6,879
