सीजी भास्कर, 28 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात के 126वें संस्करण को संबोधित करते हुए असम के संगीत जगत के दिग्गज ज़ुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें ‘असमिया संस्कृति का कोहिनूर’ बताया। (Zubeen Kohinoor of Assam)
मोदी ने असमिया में पढ़ा, कि
ज़ुबीन गर्ग // असिल अहोमोर हमोस्कृतिर // उज्जोल रत्नो…जनोतर हृदयोत // तेयो हदय जियाय // थकिबो (ज़ुबीन असमिया संस्कृति के कोहिनूर – (सबसे चमकीला रत्न) थे। हालाँकि वे शारीरिक रूप से हमारे बीच से चले गए हैं, लेकिन वे हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे)
दोस्तों, कुछ दिन पहले असम में भूपेन हज़ारिका की जन्मशती मनाई जा रही थी, और इसी बीच एक दुःख की घड़ी भी आई। लोग ज़ुबीन गर्ग के असामयिक निधन पर शोक मना रहे हैं,” मोदी ने कहा।
आपको बता दें कि जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता और निर्देशक रहे।
40 भाषाओं में 38 हजार से अधिक गाने Zubeen Kohinoor of Assam
इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा समेत 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाना गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे।
19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
‘या अली’ फैम सिंगर जुबीन गर्ग का गुवाहाटी में विगत मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा के दौरान उनके गाए गाने बजाए गए। जुबीन के अंतिम संस्कार में परिजन, रिश्तेदार और भारी तादाद में फैंस मौजूद रहे। उनकी पत्नी गरिमा ने उनके पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया। जुबीन के दो डॉग भी उनके अंतिम सफर में शामिल हुए।
संगठनों और व्यक्तियों को दी जाएंगी जुबिन की अस्थियां
असम सरकार ने कहा है कि जाने-माने गायक जुबिन गर्ग की अस्थियां ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से संगठनों और व्यक्तियों को दी जाएंगी।
राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने यह जानकारी दी। पेगू ने कहा कि गुवाहाटी के बाहरी इलाके कमरकुची में उस क्षेत्र को सुरक्षित करने का काम मंगलवार रात से ही शुरू हो गया, जहां दिन में उनकी चिता जलाई गई थी, जबकि स्मारक परिसर के लिए सीमांकन और चारदीवारी का काम भी जल्द ही शुरू होगा।
पेगू ने कहा, “असम सरकार एक सरल पोर्टल खोलेगी, जिसके माध्यम से संगठन और संस्थाएं अपने प्रिय कलाकार की अस्थियां प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकेंगी। सांस्कृतिक विभाग इसकी देखरेख करेगा।’’
वरिष्ठ मंत्री ने कहा, ‘‘संगठनों को अस्थियां देने के बाद यदि अस्थियां बचती हैं और व्यक्तिगत आवेदक भी हैं, तो विभाग उस पर गौर करेगा।’’
राज्यपाल रमेन डेका आज गुवाहाटी रवाना
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका आज जुबीन गर्ग के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने गुवाहाटी रवाना हुए हैं। उनका आज भिलाई रायपुर में आयोजित सभी कार्यक्रम कैंसल कर दिए गए हैं। इससे पूर्व राज्यपाल डेका ने तमिलनाडु के करूर में एक रैली में भगदड़ मचने से अनेक लोगों के मृत्यु होने पर मृतात्मा को शांति प्रदान करने और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करने ईश्वर से कामना की।

मंत्री पेगू ने बताया कि, जैसा कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने घोषणा की थी, अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट ले जाया जाएगा। जहां से गर्ग का अंतिम संस्कार उस पूर्वी शहर में करने की मांग की गई थी। जहां उन्होंने अपने जीवन के प्रारंभिक वर्ष बिताये थे।
उन्होंने बताया कि, “मृत्यु के तेरहवें दिन से जुड़े अनुष्ठान जोरहाट में किए जाएंगे। वहां एक स्मारक भी बनाया जाएगा, जिसके लिए स्थल का चयन जल्द ही किया जाएगा।”