सीजी भास्कर, 30 सितंबर। छत्तीसगढ़ से बीती रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। यहां रहने वाले पूर्व पार्षद पर उनके ही घर के पास (Wild Animal Attack) भालुओं ने अचानक हमला कर दिया। घटना इतनी भीषण थी कि पूर्व पार्षद गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों और आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह उन्हें बचाया और तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए अपोलो अस्पताल बिलासपुर रेफर कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के नगर पंचायत खोंगापानी में रात के समय हुई जब पूर्व पार्षद अपने घर के पास टहल रहे थे। इसी दौरान जंगल से भटककर आए (Wild Animal Attack) भालुओं का एक झुंड अचानक उन पर टूट पड़ा। हमले में उन्हें सिर और शरीर पर गहरी चोटें आई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भालू लंबे समय से खोंगापानी और आसपास के इलाकों में घूमते देखे जा रहे हैं, लेकिन वन विभाग द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
घटना खोंगापानी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की है। हमले के बाद पूरे इलाके में (Wild Animal Attack) दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में लगातार हो रही भालुओं की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए त्वरित कार्यवाही की जाए। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो ऐसी घटनाएं और भी बढ़ सकती हैं।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी घटना पर चिंता जताई है और पीड़ित पूर्व पार्षद के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। साथ ही उन्होंने ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने और (Wild Animal Attack) वन्यजीवों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर रखने के लिए स्थायी समाधान की मांग की है।