सीजी भास्कर, 30 सितंबर। बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश पर रेत माफिया (Illegal Sand Mining) से रुपये की अवैध लेनदेन सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर सोमवार को बड़ा प्रदर्शन किया। बसपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सतनाम भवन पामगढ़ से रैली निकालकर एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
बसपा नेताओं ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि विधायक शेषराज हरवंश का रेत माफिया (Illegal Sand Mining) से जुड़ा हुआ कथित आडियो सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहा है। इस आडियो में हर माह अवैध लेन-देन की बात कही गई है। आरोप है कि प्रसारित आडियो में विधायक स्वयं को पांच लाख, कलेक्टर को दो लाख, एसडीएम को दो लाख तथा राघवेन्द्र नाम के व्यक्ति को एक लाख रुपये प्रतिमाह देने की बात कर रही हैं। बसपा ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
घटना पामगढ़, जांजगीर-चांपा जिले (Illegal Sand Mining) की है। बसपा ने अन्य मुद्दों पर भी ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बजरंग दल के कार्यकर्ता ईसाई धर्म मानने वाले लोगों की प्रार्थना सभाओं में जाकर गाली-गलौज और मारपीट कर रहे हैं। बसपा ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में असामाजिक तत्व मृत पशुओं के नाम पर लोगों को डराकर अवैध रूप से पैसे वसूल रहे हैं। इस संबंध में पार्टी ने कड़ी कार्रवाई की मांग की। बसपा नेताओं ने साफ कहा कि यदि जांच और कार्रवाई समय पर नहीं हुई तो आंदोलन (Illegal Sand Mining) को और तेज किया जाएगा।
इस मौके पर पामगढ़ की पूर्व विधायक इंदु बंजारे, नगर पंचायत अध्यक्ष गौरी छोटू जांगड़े, बसपा जिला अध्यक्ष कमला प्रसाद खूंटे सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनता की जेब पर डाका डाल रही है भाजपा
ज्ञापन में बिजली बिल बढ़ोतरी के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया गया। पामगढ़ की पूर्व विधायक इंदु बंजारे और बसपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद से जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा है और बिजली दरों में वृद्धि से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता की जेब पर डाका डाल रही है और आम आदमी की कमर तोड़ दी है।
विधायक हरवंश की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
विधायक शेषराज हरवंश ने आडियो प्रसारित होने के दूसरे दिन जिला मुख्यालय जांजगीर में प्रेसवार्ता ली थी। इस दौरान उन्होंने रेत माफिया (Illegal Sand Mining) से लेनदेन को लेकर आडियो को एआई तकनीक से तैयार किया गया बताते हुए अपनी संलिप्तता से इनकार किया। इतना ही नहीं, उन्होंने थाने पहुंचकर कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी कराई थी। मगर पखवाड़े भर बाद भी उनकी चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।