सीजी भास्कर, 30 सितंबर। भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता व पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के संयुक्त संचालक सह-अस्पताल अधीक्षक के माध्यम से कलेक्टर की पत्नी डॉ. रुपल ठाकुर की ड्यूटी को लेकर दिए गए स्पष्टीकरण पर एक बार फिर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा मुख्यमंत्री से कलेक्टर अजित वसंत के विरुद्ध 14 बिंदु में लिखित शिकायत दी गई है।
घटनाक्रम कोरबा (Hospital Duty Controversy) का है। कंवर ने कहा कि कलेक्टर कोरबा के पास या उनके कार्यालय में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी, बावजूद इसके मेरे शिकायत पत्र को आधार बनाकर संविदा चिकित्सक डॉ. रूपल से जुड़ी जानकारी जनसंपर्क अधिकारी कोरबा कमल ज्योति द्वारा सार्वजनिक मीडिया पोर्टल में डाल दी गई। जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर ही तैयार कराकर सार्वजनिक कर दी गई, जिसमें 12 माह में 623 ऑपरेशन, 200 मरीजों को प्रति माह ओपीडी उपचार और 72 इमरजेंसी ड्यूटी की संख्या बताई गई है।
कंवर ने सवाल किया कि इसमें यह भी स्पष्ट किया जाए कि किस-किस मरीज का ऑपरेशन या उपचार (Hospital Duty Controversy) किया गया है। मरीज का नाम, पता और मोबाइल नंबर समेत जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संविदा नियुक्ति के पूर्व किसी अखबार में भर्ती की सूचना प्रकाशित कराई गई थी या विभागीय भर्ती की शर्तों के साथ विज्ञापन जारी हुआ था, इसकी जानकारी भी सामने आनी चाहिए। साथ ही यह भी बताया जाए कि किस मद से वेतन भुगतान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेरे शिकायत को आधार बनाकर तैयार की गई जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि मुझे नहीं दी गई, बल्कि सीधे सार्वजनिक कर दी गई। यह जांच रिपोर्ट में संदेह को दर्शाता है। जो जानकारी सार्वजनिक की गई है, वह वास्तविक है या बनावटी, यह उच्च स्तरीय और पारदर्शिता पूर्ण जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
कंवर ने कहा कि जिस तत्परता से डॉ. रूपल की जानकारी सार्वजनिक कराई गई, उसी तत्परता से मेरे द्वारा दिए गए शिकायत पत्र में उल्लेखित अन्य 13 बिंदुओं की भी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि यदि प्रशासन निष्पक्ष और पारदर्शी है तो हर बिंदु पर तथ्यों को उजागर किया जाए।