सीजी भास्कर, 30 सितंबर। मोची मृत गाय की सफाई (Cow Vigilante Violence) कर रहा था। तभी गो सेवकों ने वहां पहुंचकर मोची पर गो हत्या का आरोप लगाकर मारपीट की। साथ ही वीडियो बनाकर वायरल किया। उस पर गो हत्या का आरोप लगाकर थाने में जुर्म दर्ज करा दिया गया। जेल से जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित ने पूरे मामले की शिकायत अजाक थाने में की। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
बिलासपुर जिले के हिर्री क्षेत्र के धौंराभाठा में रहने वाला विदेशी लहरे (45) ने मारपीट (Cow Vigilante Violence) की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि 13 सितंबर को वे गांव में मृत मवेशी की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान आकांक्षा कौशिक अपने साथियों को लेकर वहां पहुंची। युवती और उसके साथियों ने गोहत्या का आरोप लगाकर विदेशी लहरे की पिटाई शुरू कर दी। जब उन्होंने बताया कि यह काम वे अपने पूर्वजों के समय से करते आ रहे हैं, इसके बाद भी उन्होंने मारपीट की।
साथ ही मारपीट का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद गो हत्या का आरोप लगाकर थाने में शिकायत की गई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जेल भेज दिया। जेल से जमानत पर छूटने के बाद उन्होंने अजाक थाने में घटना की शिकायत की। इस पर पुलिस ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नृशंसता निवारण अधिनियम की धारा 3(1)(द), 3(1)(ध) और बीएनएस की धारा 296, 3(5) व 351(2) के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने कराया इलाज, अब भी हैं परेशान
पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने झूठा आरोप लगाकर उनकी पिटाई (Cow Vigilante Violence) की। मारपीट से घायल विदेशी लहरे का पुलिस ने इलाज कराया। उनके सीने और शरीर के अंदरूनी हिस्से में चोटें आई थीं। इलाज के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। उन्होंने बताया कि अब भी वे शरीर के अंदरूनी हिस्सों में दर्द से परेशान रहते हैं। उन्होंने आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वीडियो बनाकर किया वायरल
पीड़ित ने बताया कि आरोपित बड़ी संख्या में गांव पहुंचकर हंगामा (Cow Vigilante Violence) करते हुए मारपीट कर रहे थे। इस बीच उन्होंने पीड़ित का अर्धनग्न अवस्था का वीडियो बनाया। साथ ही कान पकड़कर उठक-बैठक करते हुए वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया। उन्होंने वीडियो की फोरेंसिक लैब से जांच कराने और आरोपित को सजा दिलाने की मांग की है।
पुलिस पर भी लगाए लापरवाही के आरोप
पीड़ित ने बताया कि बिल्हा थाने में विरेंद्र बारमते ने भी आकांक्षा कौशिक, सोम निर्णेजक और सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ शिकायत की थी। तब पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज कर आरोपित को मुचलका जमानत दे दी थी। बाद में उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धाराएं जोड़ी गईं। मामले की जांच (Cow Vigilante Violence) में लापरवाही के कारण आरोपित के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने पुलिस पर गो रक्षक दल के सदस्यों के दबाव में आकर कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया है।