सीजी भास्कर 2 अक्टूबर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक शिक्षक दंपति ने अपने ही तीन दिन के नवजात (Newborn abandoned in forest) को जंगल में पत्थरों के नीचे दबाकर छोड़ दिया। हैरानी की बात यह है कि इस अमानवीय कृत्य के पीछे कारण नौकरी खोने का डर बताया जा रहा है।
जंगल में राहगीर ने देखा मासूम, पुलिस को दी सूचना
धनोरा चौकी क्षेत्र के ग्राम नांदनवाड़ी में रविवार रात एक राहगीर ने देखा कि पत्थरों के बीच कोई बच्चा कराह रहा है। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने नवजात को बाहर निकाला और तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। हालत नाजुक होने के कारण बाद में उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
चौथी संतान और नौकरी का डर
जांच में सामने आया कि आरोपी माता-पिता बबलू डांडोलिया और राजकुमारी डांडोलिया (Newborn abandoned in forest) ग्राम सिधौली, थाना तामिया निवासी हैं। दोनों ग्राम नांदनवाड़ी के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि चौथी संतान पैदा होने से उन्हें नौकरी से निलंबन या सेवा समाप्ति का डर था। इसी वजह से दंपति ने अपने ही बच्चे को जंगल में पत्थरों के बीच दबाकर छोड़ने का कदम उठाया।
पुलिस ने किया गिरफ्तार, जोड़ी गई गंभीर धाराएं
सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत मामले की तहकीकात शुरू की और माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी शिक्षक ने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पहले उन पर 93 बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई थी, लेकिन अब आरोप की गंभीरता देखते हुए धारा 307 भी बढ़ा दी गई है।
मासूम की हालत और प्रशासन की प्रतिक्रिया
अमरवाड़ा एसडीओपी कल्याणी बरकड़े ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, पुलिस टीम ने नवजात को जंगल से बाहर निकाला। बच्चा अभी जिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत पर लगातार नज़र रखी जा रही है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने इस पूरे मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कबूला अपराध, उजागर हुआ निर्दयी सच
बटकाखापा टीआई अनिल राठौर के अनुसार, पूछताछ में बबलू डांडोलिया ने स्वीकार किया कि उसके पहले से तीन बच्चे हैं — एक 8 साल का, दूसरा 6 साल का और तीसरा 4 साल का। चौथा बच्चा जन्म लेने पर उसे नौकरी खोने का डर था, इसलिए उसने पत्नी के साथ मिलकर यह खौफनाक योजना बनाई। आरोपी 2009 से शिक्षक के पद पर कार्यरत है।