सीजी भास्कर, 04 अक्टूबर। असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग के बैंडमेट (संगीत मंडली के साथी) शेखर ज्योति गोस्वामी ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत ने उन्हें सिंगापुर में जहर दिया था जिसके कारण उनकी मौत हो गई। पुलिस के पास मौजूद आधिकारिक दस्तावेजों और रिमांड नोट में यह दर्ज है, जो जुबीन गर्ग की मौत के मामले (Zubeen Garg Death Case) में अहम माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में फेस्टिवल के आयोजक, जुबीन के मैनेजर और बैंड के दो सदस्यों – शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। जुबीन की सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह श्यामकानु महंत और उनकी कंपनी द्वारा आयोजित चौथे नार्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में भाग लेने गए थे। यह पूरा मामला अब जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत (Zubeen Garg Death Case) के रूप में सुर्खियों में है।
सीआइडी का नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) जुबीन की मौत की जांच कर रहा है। असम सरकार ने भी जांच के लिए गौहाटी हाईकोर्ट के जस्टिस सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। एसआइटी सदस्य और वरिष्ठ एसपी रोजी कलिता द्वारा हस्ताक्षरित नोट में कहा गया है कि जब जुबीन सांस लेने के लिए तड़प रहे थे और लगभग डूबने की स्थिति में थे, तो सिद्धार्थ शर्मा को “जाबो दे, जाबो दे” (उसे जाने दो) चिल्लाते सुना गया।
गवाहों के मुताबिक जुबीन एक कुशल तैराक थे, इसलिए डूबने से उनकी मौत संभव नहीं है। शेखर ज्योति ने आरोप लगाया कि सिद्धार्थ और श्यामकानु ने उन्हें जहर दिया और अपनी साजिश छिपाने के लिए विदेशी जगह चुनी थी। यह बिंदु भी जांच में जुबीन गर्ग केस (Zubeen Garg Death Case) का मुख्य पहलू माना जा रहा है।
ज़ुबीन की दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनकी पत्नी को सौंपी
असम पुलिस ने शनिवार को जुबीन की दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग को सौंप दी। सिंगापुर में हुए पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट गुरुवार को उन्हें दी गई थी। सीआइडी के एक सूत्र ने बताया कि एसआइटी का एक अधिकारी गुवाहाटी के काहिलीपारा इलाके में गरिमा के घर रिपोर्ट सौंपने गया था। दूसरा पोस्टमार्टम 23 सितंबर को गुवाहाटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में हुआ था, जिसके बाद उसी दिन अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जीएमसीएच में पोस्टमार्टम के बाद विसरा का नमूना विस्तृत जांच के लिए दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि राज्य सरकार ने सिंगापुर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी गरिमा को सौंप दी है। अब यह उन पर निर्भर करता है कि वह रिपोर्ट सार्वजनिक करती हैं या नहीं। इस बीच जुबीन गर्ग की मौत की जांच (Zubeen Garg Death Case) को लेकर राज्य में राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज हो गई है।