सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अब छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निजी कोचिंग संस्थानों पर निर्भर नहीं रहने देना चाहता। इसके लिए बोर्ड (CBSE Coaching In Schools) ने नई योजना तैयार की है, जिसके तहत जेईई मेन्स, नीट-यूजी और सीयूईटी-यूजी जैसी प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग सीधे संबद्ध स्कूलों में उपलब्ध कराई जाएगी।
सीबीएसई सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड की एक समिति ने सुझाव दिया है कि स्कूलों में सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज बनाए जाएं। यहां छात्रों को नियमित कक्षाओं के साथ ही प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलेगा।
शिक्षा मंत्रालय की समीक्षा
बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इस पहल का मकसद छात्रों को महंगी कोचिंग (CBSE Coaching In Schools) से छुटकारा दिलाना है। इसी के साथ शिक्षा मंत्रालय भी यह समीक्षा कर रहा है कि जेईई और नीट जैसे पेपर कक्षा 12वीं के पाठ्यक्रम से कितनी समानता रखते हैं और कठिनाई स्तर के चलते छात्र अतिरिक्त कोचिंग लेने के लिए तो मजबूर नहीं हो रहे।
आर्थिक बोझ से राहत
प्रधानाचार्यों और शिक्षकों का मानना है कि यदि यह योजना लागू होती है, तो छात्रों को एक ही जगह पर बोर्ड परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर मिलेगा। इससे
पढ़ाई में संतुलन आसान होगा,
शिक्षा की गुणवत्ता और समानता में सुधार आएगा,
और सबसे अहम, अभिभावकों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
विस्तृत रोडमैप जल्द
बोर्ड अधिकारियों ने संकेत दिया है कि विस्तृत रोडमैप और संचालन प्रक्रिया जल्द ही सभी संबद्ध स्कूलों को भेजी जाएगी, ताकि नए शैक्षणिक सत्र (CBSE Coaching In Schools) से इसकी शुरुआत हो सके। शिक्षकों ने यह भी सुझाव दिया है कि स्कूलों में कोचिंग के साथ-साथ मॉक टेस्ट, ऑनलाइन संसाधन और विशेषज्ञों की विशेष कक्षाएं भी आयोजित की जाएं, जिससे छात्र प्रवेश परीक्षा के पैटर्न और कठिनाइयों से पहले ही परिचित हो जाएं।