सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। कल्पना कीजिए, आप एक सामान्य बस यात्रा पर हैं। रामपुर से दिल्ली की ओर जा रहे हैं। अचानक, बस (Bus Accident on Ganga Bridge) की रफ्तार बढ़ जाती है, चालक नियंत्रण खो देता है और अगले ही पल बस गंगा पुल की मजबूत रेलिंग को तोड़ते हुए दो फ्लाईओवर के बीच फंसकर हवा में लटक जाती है। नीचे गंगा नदी का गहरा पानी और ऊपर मौत का साया। शनिवार को ऐसी ही घटना घटी, जहां बड़ा हादसा होते-होते टल गया। हादसे के बाद बस सवार सभी 16 यात्री, चालक और परिचालक को सुरक्षित निकाल लिया गया।
शनिवार दोपहर करीब पौने चार बजे यह घटना ब्रजघाट (Bus Accident on Ganga Bridge) के गंगा पुल पर घटी। चालक अनुपम रामपुर डिपो की रोडवेज बस लेकर जा रहा था। अनियंत्रित बस तेज रफ्तार में रेलिंग से टकराई। जोरदार टक्कर से रेलिंग टूट गई और बस पास के दूसरे फ्लाईओवर (पुल) के बीम पर अटक गई। अगर बस कुछ इंच और आगे बढ़ती तो गहरी गंगा नदी में समा जाती। बस के अंदर बैठे यात्री दहशत में आ गए, कुछ प्रार्थना कर रहे थे तो कुछ एक-दूसरे को संभाल रहे थे।
राहगीरों ने दिखाई हिम्मत और पुलिस की तत्परता
दुर्घटना के करीब दस मिनट तक आसपास के राहगीरों की हिम्मत नहीं हुई कि वे किसी यात्री को बस से बाहर निकालने का प्रयास करें। लेकिन इसके बाद कुछ लोगों ने साहस दिखाया और बस से यात्रियों को निकालना शुरू किया। इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला। यह प्रक्रिया करीब तीन घंटे तक चली और शाम सात बजे तक बस को सुरक्षित निकाल लिया गया।
इस दौरान दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर भारी जाम लग गया। प्रति मिनट 60 से ज्यादा वाहनों का आवागमन होने वाले इस हाईवे (Bus Accident on Ganga Bridge) पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाकी यात्रियों को दूसरी बस से रवाना किया गया। शुरुआत में चालक अनुपम ने बताया कि सामने एक वाहन आ गया था, उसे बचाने के चक्कर में बस रेलिंग से टकराई। लेकिन बाद में उसने बयान बदला और कहा कि बस के ब्रेक फेल हो गए थे, इसलिए हादसा हुआ। कोतवाली प्रभारी मनोज बालियान (Bus Accident on Ganga Bridge) ने बताया कि दुर्घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।