सीजी भास्कर 5 अक्टूबर Cultural Revival 2025 के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत मध्यप्रदेश के सतना पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा सिंधी कैंप स्थित मेहर शाह दरबार के नए भवन का लोकार्पण किया और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। भागवत ने कहा कि हम सब एक हैं, सभी सनातनी और हिन्दू हैं, लेकिन अंग्रेजों ने हमारे बीच विभाजन डाल दिया।
अंग्रेजों ने फूट डाली, हमारी चेतना छीनी
Cultural Revival 2025 में भागवत ने बताया कि अंग्रेजों ने चालाकी से हमें युद्ध में हराया और हमारी आध्यात्मिक चेतना को छीनकर केवल भौतिक वस्तुएं दीं। इसी कारण हम लंबे समय तक खुद को अलग मानते रहे। उन्होंने कहा कि आज सभी को एक-दूसरे को सही नजरिए से देखने की आवश्यकता है। जब हम आध्यात्मिक परंपरा वाले दर्पण में खुद को देखेंगे, तभी समाज में बदलाव आएगा।
भाषा, भोजन और परंपरा अपने होने का एहसास
भागवत ने आगे कहा कि हमारी भाषा, भूषा, भजन, भोजन, भवन और भ्रमण सभी हमें अपना ही समझना चाहिए। इसे अपनाना ही हमारी असली पहचान है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अपने अहंकार को छोड़कर खुद को देखें और अपने सांस्कृतिक मूल्यों को अपनाएं।
“हमारा हिस्सा वापस आएगा”
Cultural Revival 2025 में संघ प्रमुख ने यह भी कहा कि कभी-कभी लोग खुद को हिंदू न मानते हुए विदेश चले जाते हैं, लेकिन दुनिया उन्हें हिंदू ही मानती है। उन्होंने सिंधी समुदाय का उदाहरण देते हुए बताया कि नई पीढ़ी को यह विचार करना चाहिए कि अविभाजित भारत में उनका घर और उनका हक़ दूसरों ने ले लिया था, लेकिन एक दिन हम उसे वापस ले लेंगे। भागवत ने कहा, “हमारा हिस्सा हमारा ही रहेगा, और उसे वापस लाना हमारा कर्तव्य है।”