सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर | BJP remark on Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर आब्जर्वर बनाया गया है। इसी नियुक्ति पर भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के लिए बघेल हमेशा से “एटीएम” (ATM – Always Transfer Money) रहे हैं। अब ऑनलाइन दौर में वे “पेटीएम” (Paytm – Please Transfer Money) बन चुके हैं।
कांग्रेस के ‘कोषाध्यक्ष’ बताए
सांसद पांडेय ने कहा कि कांग्रेस की रणनीति साफ है – समय रहते बघेल का पूरा उपयोग किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आज वे पार्टी के अनऑफिशियल ट्रेजरर की भूमिका निभा रहे हैं। चुनावी राज्यों में उन्हें लगातार इसलिए भेजा जाता है ताकि भ्रष्टाचार से जुटाई गई रकम को चुनाव प्रचार में लगाया जा सके।
BJP remark on Bhupesh Baghel: ‘जहां जाते हैं, वहां हार जाती है कांग्रेस’
भाजपा सांसद का कहना था कि जिस भी राज्य में बघेल को प्रभारी बनाया गया, वहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि असम, पंजाब और उत्तराखंड में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली थी और अब बिहार में भी वही दोहराया जाएगा।
भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए
सांसद पांडेय ने सवाल किया कि आखिर भूपेश बघेल बिहार जाकर जनता को क्या बताएंगे – कोयला घोटाले के 250 करोड़, शराब घोटाले के 2000 करोड़, या फिर सट्टा घोटाले में युवाओं को बरबाद करने की कहानी? उनके मुताबिक छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार का पैसा आज देशभर में चुनावी फंड के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है।
ATM से Paytm बनने का तंज (Paytm jibe on Bhupesh Baghel)
पांडेय ने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव में बघेल को एक “फाइनेंशियल मशीन” की तरह ट्रीट करती है। पहले उन्हें “एटीएम” कहा जाता था, यानी Always Transfer Money, लेकिन अब जमाना ऑनलाइन का है, तो वे “प्लीज ट्रांसफर मनी” यानी Paytm बन गए हैं।
आगे की राजनीति पर संकेत
विश्लेषकों का मानना है कि यह बयानबाजी आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति को और गर्म करेगी। भाजपा ने जहां बघेल की भूमिका को मनी ट्रांसफर पॉलिटिक्स से जोड़ दिया है, वहीं कांग्रेस इसे अपनी चुनावी रणनीति का हिस्सा बताकर खारिज कर सकती है।